Maharashtra State Board Class 5th Hindi Medium Environmental Studies Part -1(परिसर अध्ययन भाग -१)
प्रश्न १.रिक्त स्थानों में उचित शब्द लिखो
(अ) ईमानदारी हमारी शक्ति है ।
(आ) सामाजिक जीवन में सभी को सहयोग की आवश्यकता होती है ।
(इ) हमारे देश में सहिष्णुता प्रवृत्ति को विशेष महत्त्व दिया जाता है ।
(ई) समानता की भावना में वृद्धि होने के कारण सभी लोग प्रगति कर सकते हैं ।
प्रश्न २. नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखोः
(अ) परिसर के परिवर्तनों के विषय में निर्णय किसे लेने होते हैं ?
उत्तर : परिसर के परिवर्तनों के विषय में परिसर के सभी लोगों को मिलकर निर्णय लेने होते हैं।
(आ) सहिष्णुता का अर्थ क्या है ?
उत्तर : सहिष्णुता का अर्थ है – अपने से भिन्न मतों का आदर करना।
(इ) स्त्री -पुरुष समानता किसे कहते हैं ?
उत्तर : लड़का-लड़की अथवा स्त्री-पुरुष के बीच भेदभाव न करते हुए दोनों को ही समान मानना ‘स्त्री-पुरुष समानता’ है।
(ई) स्त्री -पुरुषों की समान आवश्यकताऍं कौन-सी हैं ?
उत्तर : भोजन, वस्त्र, निवास, स्वास्थ्य और शिक्षा स्त्री-पुरुषों की समान आवश्यकताएँ हैं।
प्रश्न ३. नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखोः
(अ) परिवार की निर्णय प्रक्रिया में तुम किस प्रकार सहभागी होते हो ?
उत्तर : (१) परिवार में प्रत्येक व्यक्ति की रुचि-अरुचि, विचार और मत भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। फिर भी अनेक बातो में हमारे विचार और मत दूसरों से मिल सकते हैं।
(२) हम में एक-दूसरे के प्रति आत्मीयता होने के कारण हम एक-दूसरे का ध्यान रखते हैं, खोज-खबर लेते हैं।
(३) परिवार की किसी भी बात पर निर्णय लेते समय आपस में एक-दूसरे से पूछकर और बातचीत करके ऐसा निर्णय लिया जाता है, जो सबको स्वीकार हो। इस प्रकार परिवार की निर्णय प्रक्रिया में हम सहभागी होते हैं I
(आ) सहिष्णुता की भावना कैसे उत्पन्न होती है ?
उत्तर : (१) सखी -सहेलियों की मदद से हम अपने दोष दूर कर सकते हैं।
(२) एक-दूसरे के विचारों में मतभेद होने पर अपनी ही बात को सही न मानकर दूसरों की बातों को भी समझना चाहिए।
(३) अपने से भिन्न मतों का आदर करते हुए दूसरों के विचारों को भी सुनना-चाहिए। इससे सहिष्णुता की भावना उत्पन्न होती है।