Maharashtra State Board Class 6th Hindi Medium History (इतिहास)
प्रश्न १.पाठ में दिए पाठ्यांश का विचार करके उत्तर लिखो I
(१) वैदिक साहित्य में विदुषियाँ
उत्तर : लोपामुद्रा, गार्गी, मैत्रेयी।
(२) वैदिक युग के मनोरंजन के साधन
उत्तर : गायन, वादन, नृत्य, चौरस का खेल, रथों की दौड़ और शिकार करना।
(३) वैदिक युग के चार आश्रम
उत्तर : ब्रह्मचर्याश्रम, गृहस्थाश्रम, वानप्रस्थाश्रम, संन्यासाश्रम।
प्रश्न २. सत्य अथवा असत्य पहचानो I
(१) यज्ञ में जिन मंत्रों का उच्चारण किया जाता था – ॠग्वेद
उत्तर :–असत्य
(२) जिस वेद को अथर्व ॠषि का नाम दिया गया –अथर्ववेद
उत्तर :–सत्य
(३) यज्ञ विधियों के समय मंत्र गायन हेतु मार्गदर्शन करनेवाला वेद –सामवेद
उत्तर : सत्य
प्रश्न ३. एक शब्द में उत्तर लिखो I
(१) वैदिक साहित्य की भाषा संस्कृत है ।
(२) विद् का अर्थ जानना है ।
(३) गोधूम का अर्थ गेहूँ है ।
(४) परिवार के प्रमुख से तात्पर्य गृहपति है ।
(५) श्रेणियों के प्रमुख को श्रेष्ठी कहते थे ।
प्रश्न ४. नाम लिखो :
(१) वे वाद्य जो तुम्हें मालूम हैं । : तबला, ऑर्गन, सितार, वीणा, गिटार, बाँसुरी।
(२) वर्तमान समय की स्त्रियों के कम-से-कम दो आभूषण : सोने की चूड़ी, चैन, ब्रेसलेट, अंगूठी, मंगलसूत्र, नेकलेस।
(३) वर्तमान मनोरंजन के साधन : टी. वी., मोबाइल, सिनेमाघर, नाट्यशाला, विभिन्न प्रकार के खेल।
प्रश्न ५. संक्षेप में उत्तर लिखो I
(१) वैदिक युग के लोगों के भोजन में किन-किन पदार्थों का समावेश था?
उत्तर : (१) वैदिक युग के लोगों के भोजन में गेहूँ, जौ ,चावल जैसे तृणधान्यों का समावेश था।
(२) उनके भोजन में उड़द, मसूर, तिल और मांस जैसे खाद्य पदार्थों का भी समावेश था।
(३) दूध, दही, मक्खन घी तथा शहद जैसे पदार्थ उन्हें प्रिय थे।
(२) वैदिक युग में गायों की विशेष सावधानी क्यों बरती जाती थी?
उत्तर : (१) वैदिक युग के लोगों को गाय का दूध और उस दूध से तैयार किए जानेवाले विभिन्न खाद्यपदार्थ बहुत प्रिय थे।
(२) उस युग में विनिमय के लिए भी गायों का उपयोग किया जाता था। इसके कारण गायों का विशेष महत्त्व था।
(३) ऐसी महत्त्वपूर्ण एवं मूल्यवान गायों के चोरी की संभावना रहती थी।
इन कारणों से वैदिक युग में गायों की विशेष देखभाल की जाती थी।
(३) संन्यासाश्रम में मनुष्य से किस प्रकार के आचरण की अपेक्षा की जाती थी?
उत्तर : संन्यासाश्रम में मनुष्य से इस आचरण की अपेक्षा की जाती थी :
(१) वह सभी रिश्ते-नातों का त्याग करे।
(२) मानव जीवन का अर्थ समझने में जीवन व्यतीत करे।
(३) बहुत समय तक एक ही स्थान पर न रहे।
प्रश्न ६. टिप्पणी लिखो I
(१) वैदिक युग की धार्मिक संकल्पनाएँ।
उत्तर : वैदिक युग के लोग प्रकृति की सूर्य, हवा, वर्षा, बिजली, आँधी, नदियाँ जैसी शक्तियों को देवता मान लिए थे। इन देवताओं को प्रसन्न करने के लिए वेदों में इनकी प्रार्थनाएँ की गई हैं। इसके लिए वे लोग अग्नि में विभिन्न पदार्थ अर्पित करते थे। इस यज्ञ विधि का बहुत महत्त्व था।
(२) वैदिक युग के मकान
उत्तर : वैदिक युग के मकान मिट्टी अथवा बाड़ के होते थे। घासों अथवा बेलों की मोटी टट्टी बुनकर उसे गोबर और मिट्टी से लीपकर ‘बाड़’ अर्थात् एक प्रकार की दीवार तैयार की जाती थी। मकान की भूमि गोबर से लीपी जाती थी। उस समय के मकान के छप्पर घासों से बने और ढालू होते थे।
(३) वैदिक युग की शासन व्यवस्था
उत्तर : वैदिक युग में राज्य की रचना में ग्राम बस्ती, ग्राम बस्तियों का समूह, जन तथा जनपद जैसी इकाइयाँ थीं। प्रत्येक इकाई का एक प्रमुख अधिकारी होता था। पुरोहित औरसेनापति महत्त्वपूर्ण अधिकारी होते थे। राजा का मार्गदर्शन करने के लिए सभा, समिति, विदथ तथा जन, ये चार संस्थाएँ होती थीं। सभा और विदथ में स्त्रियों का भी सहभाग था। सभा में राज्य के वरिष्ठ एवं अनुभवी व्यक्तियों का समावेश था। समिति में लोगों का सहभाग होता था।