Maharashtra State Board Class 6th Hindi Medium History (इतिहास)
प्रश्न १.निम्न प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखो।
(१) सत्रपों में परस्पर युद्ध क्यों प्रारंभ हुए?
उत्तर : सिकंदर की मृत्यु हो जाने के कारण उसके द्वारा नियुक्त सत्रपों में सत्ता के लिए परस्पर युद्ध प्रारंभ हुए I
(२) अशोक ने बौद्ध धर्म के प्रसार हेतु किसे श्रीलंका भेजा?
उत्तर : अशोक ने बौद्ध धर्म के प्रसार हेतु अपने बेटे महेंद्र और बेटी संघमित्रा को श्रीलंका भेजा।
(३) मौर्य कालखंड में कौन-से व्यवसाय चलते थे?
उत्तर : मौर्य कालखंड में कपड़ा बुनना और रँगना, धातुकार्य, मिट्टी के बरतन बनाना, हस्तिदंत पर उकेरने का कार्य, व्यापार, जलपोतों का निर्माण आदि व्यवसाय चलते थे।
(४) सम्राट अशोक द्वारा स्थापित स्तंभों पर किन पशुओं के शिल्प हैं ?
उत्तर : सम्राट अशोक द्वारा स्थापित स्तंभों पर सिंह, हाथी. बैल जैसे पशुओं के शिल्प हैं ।
प्रश्न २. बताओ तो –
(१) सत्रप
उत्तर : अपनी मातृभूमि पर वापस लौटते समय सम्राट सिकंदर ने भारत के जीते हुए प्रदेशों के प्रबंधन के लिए जिन अधिकारियों की नियुक्ति की थी, उन्हें ‘सत्रप’ कहा जाता था।
(२) सुदर्शन
उत्तर : सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य ने गुजरात राज्य में जूनागढ़ के समीप जो बाँध बनवाया था, उसे ‘सुदर्शन’ नाम दिया गया था।
(३) ‘देवानं पियो पियदसी’
उत्तर : अपना संदेश लोगों तक पहुँचाने के लिए सम्राट अशोक ने जो शिलालेख तथा स्तंभलेख उकेरवाए, उसमें उसने स्वयं का उल्लेख ‘देवानं पियो पियदसी’ अर्थात ‘ ईश्वर का प्रिय प्रियदर्शी ‘ इन शब्दों में किया है।
(४) अष्टपद
उत्तर : मौर्य काल में शतरंज को ‘अष्टपद’ के नाम से जाना जाता था।
प्रश्न ३. याद करो और लिखो :
(१) चंद्रगुप्त मौर्य के साम्राज्य की व्याप्ति ।
उत्तर : चंद्रगुप्त ने सबसे पहले मगध महाजनपद जीता। इसके बाद उसने अवंती तथा सौराष्ट्र जीते। कुछ समय बाद अफगानिस्तान के काबुल, कंधार तथा हेरात प्रदेश अपने साम्राज्य में मिला लिए।
(२) सम्राट अशोक के साम्राज्य की व्याप्ति ।
उत्तर : सम्राट अशोक का साम्राज्य पश्चिमोत्तर में अफगानिस्तान तथा उत्तर में नेपाल से लेकर दक्षिण में कर्नाटक और आंध्र प्रदेश तक तथा पूर्व में बंगाल से लेकर पश्चिम में सौराष्ट्र तक फैला था।
प्रश्न ४. जोड़ियाँ मिलाओ I
‘अ’ समूह |
‘ब’ समूह |
(१) सम्राट अलेक्जांडर |
(अ) सेक्यूलस निकेटर का राजदूत |
(२) मेगस्थनीज |
(ब) यूनानी सम्राट |
(३) सम्राट अशोक |
(क) रोम का सम्राट |
(ड) मगध का सम्राट |
उत्तर :
(१) सम्राट अलेक्जांडर – यूनानी सम्राट
(२) मेगस्थनीज – सेक्यूलस निकेटर का राजदूत
(३) सम्राट अशोक – मगध का सम्राट
प्रश्न ५. तुम्हें क्या लगता है?
(१) अंतत: सिकंदर को पीछे हटना पड़ा ।
उत्तर : रास्ते में सिकंदर की सेना को स्थानीय भारतीय राजाओं के साथ घमासान युद्ध करने पड़े, फिर भी सिकंदर पंजाब तक पहुँचने में सफल रहा। परंतु –
(१) इस आक्रमण में उसके सैनिकों को अपार कष्ट सहने पड़े।
(२) उन सैनिकों को मातृभूमि लौटने की तीव्र इच्छा हो रही थी।
(३) सैनिकों ने सिकंदर के विरुद्ध विद्रोह किया।
इन कारणों से अंतत: सिकंदर को पीछे हटना पड़ा।
(२) यूनानी राजाओं के सिक्के वैशिष्ट्य पूर्ण होते थे?
उत्तर : यूनानी राजाओं के सिक्के वैशिष्ट्यपूर्ण होते थे; क्योंकि –
(१) सिक्के पर एक ओर सिक्का ढालनेवाले राजा का चित्र और उसका नाम अंकित होता था।
(२) सिक्के के दूसरी ओर किसी यूनानी देवता का चित्र होता था।
(३) ये सिक्के चाँदी अथवा अन्य धातुओं के होते थे।
ऐसे वैशिष्ट्यपूर्ण सिक्के देखकर भारतीय राजाओं ने भी ऐसे ही सिक्के ढालना प्रारंभ किए।
(३) सम्राट अशोक ने कभी भी युद्ध न करने का निश्चय किया ।
उत्तर : (१) मगध का सम्राट पद प्राप्त करने के बाद अशोक ने ओडिशा के कलिंग राज्य पर आक्रमण किया।
(२) कलिंग के युद्ध में बहुत रक्तपात हुआ।
(३) यह विनाश देखकर अशोक को बहुत दुःख हुआ। उसका हृदय परिवर्तन हुआ। उसने इसके आगे कभी भी युद्ध न करने का निश्चय किया।
प्रश्न ६. अपने शब्दों में वर्णन करो :
(१) सम्राट अशोक के लोककल्याणकारी कार्य ।
उत्तर: सम्राट अशोक ने प्रजा की सुख सविधा के लिए ये कार्य किए:
(१) जनता और पशुओं को निःशुल्क औषधि उपलब्ध कराने की सुविधा की I
(२) अनेक सड़कों का निर्माण करवाया।
(३) यात्रा की सुविधा के लिए सड़कों के दोनों ओर पेड लगवाए।
(४) धर्मशालाओं का निर्माण करवाया।
(५) पीने के पानी के लिए कुएँ खुदवाए।
(६) प्राणियों का शिकार करने और जंगल में आग लगाने पर प्रतिबंध लगाया।
(२) मौर्यकालीन मनोरंजन और खेल के साधन ।
उत्तर : मौर्य काल में नगरों और गाँवों में अनेक उत्सव और त्योहार मनाए जाते थे। इन अवसरों पर लोगों के मनोरंजन के लिए नृत्य-गायन के कार्यक्रम होते थे।दंगल, रथों की दौड, चौसर, शतरंज आदि खेल बड़ी रुचि से खेले जाते थे I
प्रश्न ७. आज युआन श्वांग जैसे विदेशी यात्री यदि तुमसे मिलेंगे तो तुम क्या करोगे ?
उत्तर : यदि आज युआन श्वांग जैसे विदेशी यात्री मुझसे मिलेंगे, तो मैं उनसे कई बातों की जानकारी प्राप्त करूँगा। उससे पूछूंगा कि वह किस देश से और किस उद्देश्य से भारत आया है। उसने यात्रा कैसे की और यात्रा में किन परेशानियों का सामना करना पड़ा, यह भी पूछूंगा। यात्रा में क्या-क्या अनुभव हुआ, उसे बताने के लिए कहूँगा। उसे आवश्यक बातों की जानकारी दूंगा और अपेक्षित सहायता करने का प्रयास करूंगा। उसके देश का इतिहास, दर्शनीय स्थल, वहाँ के लोगों के त्योहार, धर्म आदि के विषय में उससे जानकारी प्राप्त करूँगा। उसके देश में जाने की इच्छा व्यक्त करूँगा। वहाँ कैसे जाना होगा, यह भी पूछूंगा ।