Maharashtra State Board Class 6th Hindi Medium History (इतिहास)

प्रश्न १.निम्न प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखो :

(१) प्राचीन भारत के विश्वविद्यालयों की सूची बनाओ ।
उत्तर : प्राचीन भारत में तक्षशिला, वाराणसी, वलभी, नालंदा, विक्रमशिला और कांची में विश्वविद्यालय था।

(२) प्राचीन भारत की किन-किन वस्तुओं की विदेशों में माँग थी; उनकी सूची बनाओ ।
उत्तर : प्राचीन भारत की मलमल के वस्त्र, मूल्यवान रत्न, मसाले के पदार्थ, मिट्टी के बरतन आदि वस्तुओं की विदेशों में माँग थी।

प्रश्न २. नाम लिखो :
प्राचीन भारत के महाकाव्य : =>  रामायण  तथा  महाभारत

प्रश्न ३. (अ) रिक्त स्थान में उचित शब्द लिखो:

(१) रामायण महाकाव्य वाल्मीकि ॠषि द्वारा रचा गया है ।

(२) भारतीय वैद्यक शास्त्र को  आयुर्वेद  कहते हैं ।

(३) हजारों विद्यार्थियों के रहने की सुविधा नालंदा  विश्वविद्यालय में थी ।

(ब) संक्षेप में उत्तर लिखो :

(१) तिपिटक किसे कहते हैं; स्पष्ट करो ।
उत्तर : ‘पिटक’ का अर्थ पेटी अथवा विभाग होता है। तिपिटक पाली भाषा में लिखा गया बौद्ध धर्मग्रंथ है I इस ग्रंथ में तीन पेटियाँ अथवा विभाग हैं; इसलिए इसे ‘तिपिटक’ कहा जाता है। गौतम बुद्ध के उपदेशों और  वचनों को ‘सुत्तपिटक’, बौद्ध संघ, भिक्खुओं और भिक्खुनियों के आचरण के संबंधी नियमों को ‘विनयपिटक’ तथा बौद्ध धर्म के दर्शन को ‘अभिधम्मपिटक’ में समझाया गया है।

(२) भगवद्गीता में क्या संदेश दिया है ?
उत्तर : हिंदुओं के पवित्र धर्मग्रंथ ‘भगवदगीता’ में अग्रलिखित संदेश दिया गया है :
(१) फल की आशा न करते हुए अपना-अपना कर्तव्य करें।
(२) ईश्वर की भक्ति करने का मार्ग सबके लिए खुला है।

(३) आयुर्वेद में किन-किन बातों पर विचार किया गया है ?
उत्तर : ‘आयुर्वेद’ में अग्रलिखित बातों पर विचार किया गया है :
(१) रोगों के लक्षण, निदान तथा उपचार।
(२) रोग न हों, इसके लिए किए जानेवाले उपाय।

(४) संघम (संगम) साहित्य किसे कहते हैं ?
उत्तर : (१) दक्षिण भारत में भिन्न-भिन्न कालखंडों में विद्वान साहित्यकारों की सभाएँ आयोजित की गईं। इन सभाओं को ‘संघम’ (संगम) कहते थे।
(२) इन सभाओं में विद्वानों की चर्चा से जिस साहित्य का निर्माण हुआ, उसे ‘संघम (संगम) साहित्य’ कहते हैं।
(३) तमिल भाषा में लिखे गए इस साहित्य द्वारा दक्षिण भारत के प्राचीन काल के राजनीतिक तथा सामाजिक जीवन की जानकारी मिलती है।

प्रश्न . विचार-विमर्श करो :

मौर्य और गुप्त कालखंड में स्थापत्य और कला ।
उत्तर : मौर्य तथा गुप्त कालखंड में भारतीय स्थापत्य तथा अन्य कलाओं का विकास अपनी चरम सीमा पर था I अशोक के कार्यकाल में विभिन्न स्थानों पर पत्थर के स्तंभों तथा सांची के स्तूप का निर्माण हुआ। मौर्य और गुप्त कालखंड के ये स्थापत्य तथा शिल्पकलाएँ अजिंठा-वेरूल आदि गुफाओं में दिखाई देती हैं। गुप्तकाल में मूर्ति कला का विकास हुआ। मंदिर स्थापत्य तथा धातु विज्ञान में भी प्रगति हुई।

प्रश्न . तुम क्या करोगे ?

(१) आयुर्वेदिक उपचारों के विषय में जानकारी प्राप्त करके तुम अपने दैनिक जीवन में उसका किस प्रकार उपयोग करोगे?
उत्तर :
१. स्वस्थ वजन, त्वचा और बाल का रख रखाव I
२. योग, मेडिटेशन, ब्रीदिंग एक्सरसाइज, मसाज और हर्बल उपचारों का नियमित अभ्यास शरीर को शांत करने में मदद करता है।
३. जलन और सूजन में मदद करता है।
४. शरीर का शुद्धिकरण करने का अभ्यास है।

(२) अपनी पाठ्य पुस्तक में सांची स्तूप का निरीक्षण करो और उस विषय में घर के लोगों से जानकारी प्राप्त करो ।
उत्तर : सांची स्तूप एक बौद्ध परिसर है, जो अपने महान स्तूप के लिए प्रसिद्ध है, जो भारत के मध्य प्रदेश राज्य के रायसेन जिले के सांची टाउन में एक पहाड़ी की चोटी पर है। यह मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 46 किलोमीटर (29 मील) उत्तर-पूर्व में स्थित है I

प्रश्न ६. निम्न प्रसंग में तुम क्या करोगे? तुम सैर पर गए हो। वहाँ के ऐतिहासिक स्मारक पर तुम्हारा मित्र अपना नाम लिख रहा है । 
उत्तर : ऐतिहासिक स्मारक पर अपने मित्र को नाम लिखते हुए देखने पर मैं सबसे पहले उसे ऐसा न करने के लिए कहूंगा। इसके बाद उसे ऐतिहासिक स्मारकों का महत्त्व समझाऊँगा। उसे यह अच्छी तरह समझाऊँगा कि ऐतिहासिक स्मारकों का संरक्षण करना हमारा कर्तव्य है, ऐतिहासिक स्थलों को क्षति पहुँचाना कानून की दृष्टि में अपराध है, ऐसा करने पर दंड भी मिल सकता है। यदि इतना समझाने पर भी वह नहीं मानेगा, तो यह बात मैं अपने शिक्षकों को बताऊँगा।

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