Maharashtra State Board Class 6th Hindi Medium History (इतिहास)
प्रश्न १.पहचानो तो ।
(१) वह स्थान; जहाँ रोमन बनावट की वस्तुऍं पाई गईं।
उत्तर : महाराष्ट्र का कोल्हापुर तथा तमिलनाडु का अरिकामेडु I
(२) कुषाण कार्यकाल में भारत में एक नई कलाशैली का उदय हुआ; वह शैली ।
उत्तर : गांधार शैली
(३) महावंस और दीपवंस ग्रंथों की भाषा
उत्तर : पाली
(४) प्राचीन समय के वे देश; जहाँ बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ ।
उत्तर : जापान, कोरिया, वियतनाम, चीन, श्रीलंका, म्यानमार, थाईलैंड तथा इंडोनेशिया I
प्रश्न २. विचार करो और लिखो :
(१) दक्षिण-पूर्व एशिया पर भारतीय संस्कृति का प्रभाव दिखाई देता है ।
उत्तर : ईसवी सन की पहली शताब्दी में दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों में भारतीय वंश के लोगों के छोटे-छोटे राज्य आस्तित्व में थे। इन राज्यों के कारण भारतीय नृत्य-नाटक, अन्य कलाएँ, संस्कृति आदि का प्रभाव उत्तरोत्तर बढ़ता गया। मंदिरों का निर्माण हुआ। इस प्रकार दक्षिण-पूर्व एशिया पर भारतीय संस्कृति का प्रभाव दिखाई देता है।
(२) चीन में बौद्ध धर्म के प्रसार हेतु प्रोत्साहन मिला ।
उत्तर : ईसवी सन की पहली शताब्दी में हुए चीनी सम्राट मिंग के आमंत्रण पर भारतीय बौद्ध भिक्षु, धर्मरक्षक और कश्यपमातंग, दोनों चीन गए। वहाँ उन्होंने अनेक भारतीय बौद्ध ग्रंथों का चीनी भाषा में अनुवाद किया। इसके कारण चीन और भारत के बीच धार्मिक संबंध स्थापित हुआ। इस प्रकार चीन में बौद्ध धर्म के प्रसार को प्रोत्साहन मिला।
प्रश्न ३. तुम क्या करोगे ?
तुम्हारी पसंद की रुचि को प्रोत्साहन मिला तो तुम क्या करोगे?
उत्तर : मुझे घूमने अर्थात भ्रमण करने का शौक है। यदि मेरे इस शौक को मेरे अभिभावकों ने प्रोत्साहन दिया, इस संदर्भ में मित्रों ने मेरा साथ दिया, तो मैं नए-नए स्थल देखने जाऊँगा। वहाँ के जनजीवन का अनुभव प्राप्त करूँगा। किले महाराष्ट्र की शोभा हैं। मैं मित्रों के साथ किले देखने जाऊँगा। जलदुर्ग, पहाडी किले और जमीन पर बने किले देखूंगा । महाराष्ट्र में अनेक प्राचीन गुफाएँ हैं। इन गुफाओं के शिल्पों, कैलास गुफाओं तथा अजिंठा की गुफा के सौंदर्य का अनुभव लूँगा। जंगलों में घूमकर पशु-पक्षियों को ध्यान से देखूंगा। नदियाँ और समुद्र तट देखूंगा। मेरा महाराष्ट्र, मेरा भारत कैसा है, यह मैं जी भरकर देख सकूँगा।
प्रश्न ४. चित्र का वर्णन करो:
हमारे पाठ में दिए गए अफगानिस्तान के हड्डा में स्तूप पर अंकित गांधार शैली के शिल्पों का निरीक्षण करो और चित्र का वर्णन करो ।
उत्तर : कुषाणों के कार्यकाल में ग्रीक मूर्ति कला के प्रभाव से भारत में एक नई कलाशैली का
उदय हुआ । उसे गांधार शैली कहते हैं । गांधार शैली में मुख्य रूप से गौतम बुद्ध की मूर्तियाँ
गढ़ी गईं । ये मूर्तियाँ प्रमुखत: अफगानिस्तान के गांधार प्रदेश में पाई गईं । अत: इस शैली को
‘गांधार शैली’ कहते हैं । इस शैली की मूर्तियों के चेहरों के आकार-प्रकार यूनानी चेहरों से
मिलते-जुलते हैं ।
प्रश्न ५. अधिक जानकारी प्राप्त करो :
(१) गांधार शैली
उत्तर : भारत पर सिकंदर के आक्रमण के बाद भारत का यूनानियों के साथ संबंध हुआ। यूनानियों की शिल्पकला का भारतीय शिल्पकला पर प्रभाव पड़ा, जिसके कारण कुषाणों के कार्यकाल में भारत में एक नई कलाशैली का जन्म हुआI इस नई शिल्प शैली को ‘गांधार शैली’ कहते हैं। इस कलाशैली में मुख्य रूप से गौतम बुद्ध की मूर्तियां गढ़ी गयी I ये मूर्तियाँ मुख्य रूप से अफगानिस्तान के गांधार प्रदेश में पाई गईं; इसलिए इस कलाशैली को ‘गांधार शैली’ कहते है I
(२) रेशम मार्ग
उत्तर : भारत और चीन के बीच प्राचीन काल से व्यापारिक संबंध था। चीन में तैयार होनेवाले रेशमी वस्त्रों की भारत में बड़ी माँग थी। भारत के व्यापारी ये रेशमी वस्त्र पश्चिमी देशों में भेजते थे। यह व्यापार जिस सड़क मार्ग द्वारा होता था, उसे ‘रेशम मार्ग’ कहा जाता था। इस मार्ग से ही चीनी बौद्ध भिक्खु, फाहियान और युआन श्वांग भारत आए थे।
प्रश्न ६. पाठ में उल्लिखित दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों को मानचित्र प्रारूप में दर्शाओ ।