Maharashtra State Board Class 6th Hindi Medium Civics (नागरिक शास्त्र )
प्रश्न १.रिक्त स्थानों में उचित शब्द लिखो ।
(१) समाज में दैनिक व्यवहार को सुचारु रूप से चलाने के लिए मनुष्य को नियमों की आवश्यकता अनुभव हुई ।
(२) मनुष्य के कलात्मक गुणों का विकास समाज में ही होता है ।
(३) हमारी कुछ भावनात्मक और मानसिक आवश्यकताऍं होती हैं।
प्रश्न २. निम्न प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखो ।
(१) हमारी मूलभूत आवश्यकताऍं कौन-सी हैं?
उत्तर : भोजन, वस्त्र, आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा हमारी मूलभूत आवश्यकताऍं है।
(२) हमें किसके सान्निध्य में रहना अच्छा लगता है?
उत्तर : हमें परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और मित्रों के सानिध्य में रहना अच्छा लगता है।
(३) समाज के कारण हमें कौन-से अवसर प्राप्त होते हैं?
उत्तर : समाज के कारण हमें अपने विचार प्रस्तुत करने, कलात्मक गुणों का विकास करने तथा अपनी भावनाएँ व्यक्त करने के अवसर प्राप्त होते हैं।
प्रश्न ३. तुम्हें क्या लगता है ? दो से तीन वाक्यों में उत्तर लिखो।
(१) समाज का निर्माण किस प्रकार होता है ?
उत्तर : स्त्री-पुरुष, वयस्क, वृद्ध, छोटे लड़के-लड़कियाँ, इन सबको मिलाकर समाज बनता है। हमारे परिवारों, विभिन्न गुटों, संस्थाओं और संगठनों से समाज बना होता है। परंतु मनुष्य के जत्थे अथवा भीड़ को समाज नहीं कहते I लोगों के बीच के पारस्परिक संबंध, व्यवहार, वस्तुओं का आदान-प्रदान आदि का समावेश समाज में होता है। समान उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए जब लोग एक साथ होते हैं, तब उनका समाज बनता है।
(२) समाज में स्थायी स्वरूप की व्यवस्था क्यों निर्मित करनी पड़ती है ?
उत्तर : व्यवस्था के अभाव में समाज का अस्तित्व नहीं हो सकता। भोजन, वस्त्र, आवास तथा सुरक्षा जैसी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए समाज को किसी स्थायी स्वरूप की व्यवस्था का निर्माण करना पड़ता है। इस व्यवस्था के बिना समाज का दैनिक व्यवहार सुचारु रूप से नहीं चल सकता।
(४) समाज व्यवस्था अस्तित्व में न होती तो कौन-सी समस्याऍं निर्माण हो सकती थीं?
उत्तर : समाज का अस्तित्व बने रहने के लिए सामाजिक व्यवस्था की आवश्यकता होती है। समाज की आवश्यक वस्तुओं का निर्माण समाज व्यवस्था, व्यक्तियों के परिश्रम तथा उनके कौशलों के कारण होता है I परंतु ऐसी व्यवस्था न होती, तो समाज के दैनिक व्यवहार में बहुत कठिनाई होती और प्रत्येक आवश्यकता की पूर्ति के लिए हर व्यक्ति को सभी प्रकार के काम करने पड़ते। कृषि, व्यवसाय, शिक्षा, मनोरंजन आदि व्यवस्थाओं के अभाव में हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति न होती। इन कारणों से हमारा विकास न हो पाता ।
प्रश्न ४. निम्न प्रसंगों में क्या करोगे?
(१) तुम्हारे मित्र/सहेली की शालेय सामग्री घर पर रह गई है ।
उत्तर : यदि मेरा मित्र अपनी कलम घर पर भूल गया है, तो वह कक्षा में कुछ नहीं लिख पाएगा, उसकी पढ़ाई में बाधा आएगी। ऐसी स्थिति में उसकी समस्या हल करने के लिए मैं अपनी अतिरिक्त कलम उसे दे दूंगा।
(२) रास्ते पर कोई दिव्यांग व्यक्ति मिले।
उत्तर : यदि रास्ते में कोई दिव्यांग व्यक्ति मिल जाए, तो उसे रास्ता पार कराने में मैं उसकी मदद करूँगा। उसका भारी सामान मैं स्वयं लेकर चलूँगा। उसे आगे जाने के लिए आवश्यक जानकारी दूँगा। संभव होगा तो उसे जहाँ जाना है, वहाँ तक पहुँचाऊँगा।