Maharashtra State Board Class 6th Hindi Medium Geography (भूगोल )

(अ) मैं कहाँ हूँ ?

(१) मेरे क्षेत्र में ही ०° से. समताप रेखा है । 
उत्तर : मैं शीत कटिबंध के परिसर में हूँ।

(२) मेरे क्षेत्र  का औसत वार्षिक तापमान २५ ° से. है ।
उत्तर : मैं उष्ण कटिबंध के परिसर में हूँ।

(३) मेरे क्षेत्र  का औसत वार्षिक तापमान १० ° से. है ।
उत्तर : मैं समशीतोष्ण कटिबंध के परिसर में हूँ।

(ब) मैं कौन हूँ ?

(१) मैं समान तापमानवाले स्थानों को जोड़ती हूँ । => समताप रेखा

(२) तापमान का अचूक मापन करने के लिए मेरा उपयोग होता है । => तापमापी

(३) जमीन और पानी के कारण मैं गर्म होती हूँ । => हवा

(४) मेरे कारण जमीन और पानी गर्म होते हैं । => सूर्य

(क) उत्तर लिखो ।

(१) पृथ्वी के गोल आकार का तापमान पर होनेवाले निश्चित प्रभाव को आकृति सहित स्पष्ट करो ।

उत्तर : (१) पृथ्वी के गोल आकार के कारण सूर्य की किरणें अधिक अथवा कम स्थान घेरती हैं। सूर्य से पृथ्वी को प्राप्त होनेवाली उष्णता का वितरण इसके कारण असमान होता है।
(२) ०° से २३°३०’ उत्तर तथा दक्षिण पेटियों में सूर्य की किरणें लंबवत पड़ती हैं। इसलिए इन पेटियों में तापमान अधिक होता है। यह पेटी उष्ण कटिबंध के रूप में जानी जाती है।
(३) २३° ३०’ से ६६° ३०’ उत्तर तथा दक्षिण की पेटियों में सूर्य की किरणें तिरछी पड़ती हैं। इसलिए इन पेटियों में तापमान अपेक्षाकृत कम होता है। ये पेटियाँ समशीतोष्ण कटिबंध के रूप में जानी जाती हैं। 
(४) ६६°३०’ उत्तर से ९०° उत्तर तथा ६६°३०’ दक्षिण से ९०° दक्षिण, इन पेटियों में सूर्य की किरणें  अत्यधिक तिरछी पड़ती हैं। इसलिए इन पेटियों में तापमान बहुत कम होता है। ये पेटियाँ शीत कटिबंध के रूप में जानी जाती हैं।

(२) अक्षांशीय विस्तार का तापमान के साथ संबंध स्पष्ट करो।
उत्तर : (१) पृथ्वी के गोल आकार के कारण सूर्य की किरणें अधिक अथवा कम स्थान घेरती हैं। सूर्य से पृथ्वी को प्राप्त होनेवाली उष्णता का वितरण इसके कारण असमान होता है।
(२) ०° से २३°३०’ उत्तर तथा दक्षिण पेटियों में सूर्य की किरणें लंबवत पड़ती हैं। इसलिए इन पेटियों में तापमान अधिक होता है। यह पेटी उष्ण कटिबंध के रूप में जानी जाती है।
(३) २३° ३०’ से ६६° ३०’ उत्तर तथा दक्षिण की पेटियों में सूर्य की किरणें तिरछी पड़ती हैं। इसलिए इन पेटियों में तापमान अपेक्षाकृत कम होता है। ये पेटियाँ समशीतोष्ण कटिबंध के रूप में जानी जाती हैं। 
(४) ६६°३०’ उत्तर से ९०° उत्तर तथा ६६°३०’ दक्षिण से ९०° दक्षिण, इन पेटियों में सूर्य की किरणें  अत्यधिक तिरछी पड़ती हैं। इसलिए इन पेटियों में तापमान बहुत कम होता है। ये पेटियाँ शीत कटिबंध के रूप में जानी जाती हैं।

(३) समताप रेखाओं के आकार में भूपृष्ठ पर परिवर्तन होता है; उसके क्या कारण हैं ?
उत्तर : कारण : (१) भूपृष्ठ की ऊँचाई के अनुसार तापमान में परिवर्तन होता जाता है। भूपृष्ठ से जैसे-जैसे अधिक ऊँचाई पर जाते हैं, वैसे-वैसे तापमान कम होता जाता है। इसलिए समताप रेखाओं के आकार में भूपृष्ठ पर परिवर्तन होता है। 
(२) वनाच्छादन, नगरीकरण, औद्योगीकरण आदि घटकों के कारण भी समताप रेखाओं के आकार में भूपृष्ठ पर परिवर्तन होता है।

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