Maharashtra State Board Class 6th Hindi Medium Geography (भूगोल )
(अ) नदी में बह आने वाली बालुका (रेती) किस प्रकार निर्मित होती है, वह कहाँ से आती है, इस विषय में जानकारी प्राप्त करो ।
उत्तर : १. अधिकांश नदियाँ पहाड़ों से निकलती हैं, जो कई चट्टानों से मिलकर बनी हैं।
२. जैसे-जैसे ये बल के साथ बहते हैं, इन पहाड़ों से बड़ी चट्टानें धीरे-धीरे और स्थिर रूप से प्रभावित होती हैं।
३. पानी इन चट्टानों के माध्यम से रिसता है और खनिजों को घोलता है। यह चट्टानों की संरचनात्मक संरचना को कमजोर करता है।
४ . हवाओं और बारिश के साथ तापमान में लगातार बदलाव और तेज बहते पानी से चट्टान की सतह पर दरारें पड़ जाती हैं, जिससे वे छोटे कणों (चट्टानों का अपक्षय) में टूट जाते हैं। और वहाँ रेत के रूप में जमा हो जाती है।
५. साथ ही, उस बिंदु पर जहाँ बहने वाली नदी समुद्र/समुद्र में प्रवेश करती है, समुद्र के किनारे से रेत नदी के प्रवाह में प्रवेश कर सकती है।
(ब) निम्न में से कौन-कौन-सी वास्तु/भवन आग्नेय चट्टानों द्वारा निर्मित हैं ?
(१) ताज महल
(२) रायगढ़ (दुर्ग)
(३) लाल किला
(४) एलोरा की गुफाऍं
उत्तर: रायगढ़ (दुर्ग)
(क) अंतर लिखो ।
(१) आग्नेय चट्टानें और अवसादी चट्टानें ।
उत्तर :
|
आग्नेय चट्टानें |
अवसादी चट्टानें |
|
१.मैग्मा और लावा के घनीभवन से आग्नेय चट्टानों का निर्माण होता है। |
१.नदी, हिमनदी तथा हवा के कारण हुए अपक्षय के परिणामस्वरूप चट्टानों के कणों के संचित होने से अवसादी चट्टानों का निर्माण होता है। |
|
२. आग्नेय चट्टानें वजन में भारी होती हैं। |
२. अवसादी चट्टानें वजन में हलकी होती हैं। |
(२) अवसादी चट्टानें और रूपांतरित चट्टानें ।
उत्तर :
|
अवसादी चट्टाने |
रूपांतरित चट्टानें |
|
१.नदी, हिमनदी तथा हवा के कारण हुए अपक्षय के परिणामस्वरूप चट्टानों के कणों के संचित होने से अवसादी चट्टानों का निर्माण होता है। |
१.आग्नेय तथा अवसादी चट्टानों पर पड़नेवाले दाब तथा अति-उष्णता के कारण रूपांतरित चट्टानों का निर्माण होता है। |
|
२. अवसादी चट्टानें वजन में हलकी होती हैं। |
२. रूपांतरित चट्टाने वजन में भारी होती हैं। |
(३) आग्नेय चट्टानें और रूपांतरित चट्टानें ।
उत्तर :
|
आग्नेय चट्टानें |
रूपांतरित चट्टानें | |
|
१.मैग्मा और लावा के घनीभवन से आग्नेय चट्टानों का निर्माण होता है। |
१.आग्नेय तथा अवसादी चट्टानों पर पड़नेवाले दाब तथा अति उष्णता के कारण रूपांतरित चट्टानों का निर्माण होता है। |
|
२. आग्नेय चट्टानें मूल चट्टानें होती हैं। |
२. रूपांतरित चट्टानें मूल चट्टानें नहीं होती। |
(ड) महाराष्ट्र के निम्न स्थानों पर कौन-सी चट्टानें प्रमुख रूप से पाई जाती हैं ।
(१) मध्य महाराष्ट्र => बेसॉल्ट चट्टानें।
(२) दक्षिण कोकण => लैटेराइट चट्टानें।
(३) विदर्भ => ग्रेनाइट चट्टानें।
