Maharashtra State Board Class 6th Hindi Medium General Science (सामान्य विज्ञान )
प्रश्न १. गति के प्रकार लिखो :
अ.पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर घूमना .. वृत्तीय, आवर्ती।
आ. छत पर लगा घूमता हुआ पंखा ……. दोलन, वृत्तीय।
इ. आकाश से गिरनेवाला उल्कापिंड….. अरेखीय (अंत में रेखीय)।
ई. जमीन से प्रमोचित रॉकेट…… एकरेखीय।
उ. पानी में तैरती हुई मछली ……. यादृच्छिक
ऊ. सितार का छेड़ा गया तार………. दोलन, आवर्ती।
प्रश्न २. कोष्ठक में दिए गए शब्दों में से सही शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति करो।
(रेखीय, अरेखीय, वृत्तीय, एक समान एकरेखीय, असमान एकरेखीय, एक समान वृत्तीय, असमान वृत्तीय, यादृच्छिक)
अ.इमारत के छज्जे पर से नीचे गिराया गया गेंद एक समान एकरेखीय गति से नीचे आता है तथा छज्जे की लंबवत दिशा में तेजी से बाहर फेंका गया गेंद असमान एकरेखीय गति से जमीन पर आता है।
आ. दौड़मार्ग पर दौड़ लगाते समय विमान की गति रेखीय गति होती हैं ।
इ. भक्ष्य की खोज में आकाश में उड़नेवाली चील यादृच्छिक गति से उड़ती है ।
ई. घूमते हुए चक्रदोले में बैठे बच्चों की गति एक समान वृत्तीय, जबकि आकाशझूले में बैठे बच्चों की गति असमान वृत्तीय होती हैं ।
प्रश्न ३. हमारी जोड़ियों में भिन्नता क्या है ?
अ.दोलन गति तथा रेखीय गति
उत्तर :
दोलन गति |
रेखीय गति |
१. दोलन गति अरेखीय आवर्ती गति है। |
१.रेखीय गति में पिंड एक सरल रेखा में गतिशील होता है। यह आवर्ती गति नहीं होती। |
२. दोलन गति में पिंड अपने मूल स्थान पर ही बना रहता है। इसमें विस्थापन नहीं होता। |
२. रेखीय गति में पिंड अपने मूल स्थान से हट जाता है अर्थात उसमें विस्थापन होता है। |
३. दोलन गति में पिंड उसी मार्ग पर बार-बार गति करता है। |
३. रेखीय गति में गतिशील पिंड का उस मार्ग पर आना आवश्यक नहीं है। |
उत्तर :
रेखीय गति |
यादृच्छिक गति |
१.इस गति में पिंड एक निश्चित मार्ग पर विस्थापन करता है। |
१.यादृच्छिक गति में पिंड के विस्थापन का मार्ग अनिश्चित होता है। |
२. रेखीय गति में पिंड निश्चित दिशा में विस्थापन करता है। |
२. यादृच्छिक गति में पिंड के विस्थापन की कोई निश्चित दिशा नहीं होती। |
३. रेखीय गति, एकसमान अथवा असमान हो सकती है। |
३. यादृच्छित सदैव असमान होती है। |
इ. यादृच्छिक गति तथा दोलन गति
उत्तर :
यादृच्छिक गति |
दोलन गति |
१.यादृच्छिक गति में पिंड के विस्थापन का मार्ग निश्चित नहीं होता। |
१.दोलन गति में पिंड एक निश्चित मार्ग पर ही बार-बार विस्थापन करता है। |
२. यादृच्छिक गति आवर्ती गति नहीं है। |
२. दोलन गति आवर्ती गति है। |
३. यादृच्छिक गति की कोई निश्चित दिशा नहीं होती। |
३. दोलन गति में पिंड के विस्थापन की दिशा निश्चित होती है। |
प्रश्न ४. प्रत्येक के लिए एक-एक उदाहरण देकर अपने शब्दों में स्पष्ट करो।
अ.रेखीय गति
उत्तर : जब कोई पिंड एक निश्चित दिशा में विस्थापन करता है, तो उस पिंड की गति को रेखीय गति कहते हैं। रेखीय गति, समान तथा असमान दोनों प्रकार की हो सकती है। जब कोई पिंड समान समय में समान विस्थापन करता है, तो उस की गति को एकसमान रेखीय गति कहते हैं। परंतु जब कोई पिंड समान समय में असमान विस्थापन करता है, तो उस पिंड की गति को असमान रेखीय गति कहते हैं। सड़क पर दौड़ती हुई किसी कार की गति रेखीय गति है। यह एकसमान तथा असमान दोनों प्रकार की रेखीय गति से विस्थापन करती है। उदा. रेलगाड़ी की गति।
आ. दोलन गति
उत्तर : जब कोई पिंड किसी अचल बिंदु के सापेक्ष एक ही मार्ग पर बार-बार विस्थापन करता है, तो उस पिंड की गति को दोलन गति कहते हैं। यह एक प्रकार की आवर्ती गति ही है। दोलन गति में पिंड का निश्चित मार्ग पर विस्थापन होता तो है, परंतु यह अरेखीय मार्ग पर होता है। इसलिए दोलन गति अरेखीय गति है। व्यवस्था के आधार पर यह एकसमान गति हो सकती है, परंतु सामान्यतः दोलन गति असमान तथा अरेखीय गति ही होती है। उदा. दीवार घड़ी के लोलक की गति, पक्षियों के दोनों पंखों (डैनों) की गति।
इ. वृत्तीय गति
उत्तर : जब कोई पिंड किसी वृत्तीय मार्ग पर बार-बार विस्थापन करता है, तो उस पिंड की गति को वृत्तीय गति कहते हैं। वृत्तीय गति एक आवर्ती गति ही है, क्योंकि पिंड एक निश्चित समय के बाद बार-बार उसी बिंदु से होकर गुजरता है। घूमते हुए बिजली के पंखों में वृत्तीय गति होती है। वृत्तीय गति में पिंड में केवल स्थानीय विस्थापन होता हुआ दिखाई देता है। परन्तु वृत्तीय गतिवाला पिंड वृत्तीय गति के साथ-साथ रेखीय गति भी गति करता है। वाहनों के पहियों में वृत्तीय तथा रेखीय दोनों गतियाँ होती हैं। उदा. चक्रदोले की गति, बिजली के पंखे की गति।
ई. यादृच्छिक गति
उत्तर : जब पिंड के गति की दिशा और चाल निरंतर परिवर्तित होती रहती है, तो उस पिंड की गति को यादृच्छिक गति कहते हैं। इस गति में गतिशील पिंड की चाल और उसकी गति की दिशा निश्चित नहीं होती। आकाश में उड़ने वाला कोई पक्षी गतिशील तो है, परन्तु उसकी चाल तथा दिशा निश्चित नहीं है। उदा. फुटबाल या हॉकी के खिलाड़ी की गति, विभिन्न फूलों तक जाने वाली तितली की गति।
उ. आवर्ती गति
उत्तर : जब कोई गतिशील पिंड किसी निश्चित बिंदु को एक निश्चित समय के बार-बार पार करता है अर्थात, उस बिंदु से होकर गुजरता है, तो उस पिंड की गति को आवर्ती गति कहते हैं। वृत्तीय गति तथा दोलन गति वास्तव में आवर्ती गति ही हैं। आवर्ती गति एकसमान अथवा असमान गति हो सकती है। उदा. कलाई घड़ी के मिनट की सूई।
प्रश्न ५. नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर अपने शब्दों में लिखो।
अ : आकाश में उड़नेवाले पक्षियों की हलचल में गति के कौन-से प्रकार दिखाई देते हैं?
उत्तर : आकाश में उड़ने वाले पक्षी अपने स्वयं के नियंत्रण द्वारा तथा अपनी इच्छा तथा आवश्यकता के अनुसार उड़ते हैं। इनमें अरेखीय गति होती है। इनके उड़ने की चाल तथा दिशा दोनों निश्चित नहीं होती। अत: इन पक्षियों में यादृच्छिक गति होती है। उड़ते समय इनकी गति में परिवर्तन होता रहता है। अतः आकाश में उड़ने वाले पक्षी में ‘असमान अरेखीय गति’ और ‘यादृच्छिक गति’ ये दो गति के मुख्य प्रकार दिखाई देते हैं।
आ. सड़क पर साइकिल चलाते समय तुम्हें कौन कौन-सी गतियों का अनुभव होता ? उन्हें विस्तार में लिखो।
उत्तर : सड़क पर साइकिल चलाते समय, साइकिल आगे बढ़ती है। अतः हम साइकिल के साथ विस्थापन करते हैं। इस दशा में रेखीय गति तथा अरेखीय गति दोनों संभव हैं। हम साइकिल को कभी कभी समान चाल से चलाते हैं। परंतु रास्ते के अनुसार उसमें परिवर्तन भी करना पड़ता है। अतः साइकिल चलाते समय हमें एकसमान रेखीय गति और असमान अरेखीय गति दोनों का अनुभव होता है। हमारे पैरों द्वारा साइकिल का पैडल चलाया जाता है। अतः पैडलों में वृत्तीय गति तथा रेखीय गति और हमारे पैरों में आवर्ती गति होती है। साइकिल की छोटी तथा बड़ी दोनों दाँतेदार पहियों (Sprocket wheel) में वृत्तीय गति तथा रेखीय गति होती है। इसी प्रकार उसके दोनों पहियों में भी वृत्तीय गति के साथ-साथ एकसमान रेखीय गति और असमान रेखीय गति दोनों गतियाँ होती हैं।
प्रश्न ६. पहेली हल करो :
१.घड़ी की सूइयों की गति
२. वृक्ष से गिरने वाले फलों की गति
३. गुलेल से फेंके गए ढेले की गति
४. मैदान पर खेलने वाले बच्चों की गति