Maharashtra State Board Class 6th Hindi Medium General Science (सामान्य विज्ञान )
प्रश्न १. हमारा वर्गीकरण करो :
उत्तोलक, घिरनी, ढालू तल, पच्चर, सूई, सीढ़ी, फिसलपट्टी, ध्वजस्तंभ का ऊपरवाला चक्र, सरौता, कैंची, ओपनर, कुल्हाड़ी, क्रेन, चाकू ।
उत्तर: ढालू तल = फिसलपट्टी, सीढ़ी।
सरल यंत्र = उत्तोलक, घिरनी, ढालू तल, पच्चर।
उत्तोलक = सरौता, कैंची, ओपनर।
पहिया तथा धुरी = ध्वजस्तंभ के ऊपरवाला चक्र।
पच्चर = कुल्हाड़ी, सूई, चाकू।
जलिट यंत्र = क्रेन।
प्रश्न २. प्रत्येक रिक्त स्थान में सही शब्द लिखकर कथनों को पूर्ण करो।
अ. उत्तोलक के पहले प्रकार में आलंब मध्य में, भार एक ओर तथा बल दूसरी ओर होता है।
आ. उत्तोलक के दूसरे प्रकार में भार मध्य में, आलंब उसकी एक ओर तथा बल दूसरी ओर होता है।
इ. उत्तोलक के तीसरे प्रकार में बल मध्य में, भार एक सिरे की ओर तथा आलंब दूसरे सिरे की ओर होता है।
प्रश्न ३. निम्नलिखित कार्य करने के लिए कौन-से यंत्रों का उपयोग करोगे? उनके प्रकार लिखो।
कार्य |
यंत्र |
यंत्र का प्रकार |
अ. लोहे के डिब्बे का ढक्कन निकालना है । |
टिन (डिब्बा) ओपनर |
ढालू तल (स्क्रू) |
आ. ऊँची इमारत पर ईंटें पहुँचानी हैं। |
खाँचेदार पहिया तथा डोरी |
घिरनी |
इ. सब्जी काटना है। |
चाकू या पहँसुल |
पच्चर |
ई. कुँए में से पानी खींचना है। |
पहिया तथा रस्सी |
घिरनी |
उ. पापड़ सेंकने हैं। |
चिमटा |
उत्तोलक |
प्रश्न ४. नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर तुम अपने शब्दों में लिखो।
अ.सरल यंत्र का अर्थ क्या है ?
उत्तर : दैनिक जीवन के कामों को आसान बनाने वाले साधनों को सरल यंत्र कहते हैं। इनके कारण हम कम समय में तथा कम परिश्रम करके अधिक काम कर सकते हैं। इन यंत्रों की रचना अत्यंत सामान्य होती है। इनमें केवल एक या दो पुरजे (भाग) होते हैं। ढालू तल, पहिया, उत्तोलक इत्यादि सरल यंत्र हैं।
आ. यंत्र के उपयोग से होने वाले लाभ लिखो।
उत्तर : यंत्र के उपयोग से लाभ :
(१) कम परिश्रम करना पड़ता है।
(२) समय कम लगता है।
(३) काम आसानी से होता है।
(४) काम अधिक होता है।
(५) थकान कम लगती है।
इ. जटिल यंत्र से तुम क्या समझते हो ?
उत्तर : जिन यंत्रों में कई पुरजे (भाग) परस्पर जुड़े हों, उन्हें जटिल यंत्र कहते हैं। इन यंत्रों की रचना जटिल होती है, परंतु सरल यंत्रों की अपेक्षा कम समय में कम परिश्रम द्वारा बहुत अधिक तथा कठिन काम आसानी से करते हैं। इनमें कई सरल यंत्रों का समावेश होता है। क्रेन, वाहनों के इंजन, सिलाई मशीन, धुलाई मशीन आदि जटिल यंत्र हैं।
ई. उत्तोलक का क्या अर्थ है ? उत्तोलक के प्रकार किस आधार पर निर्धारित किए गए हैं ?
उत्तर : (अ) उत्तोलक : बल, भार (बोझ) तथा आलंब (टेक) जैसे तीन भागवाले लंबे रंभे सरल यंत्र को उत्तोलक कहते हैं। आलंब से भार तक के उत्तोलक के भाग को ‘भारभुजा’ कहते हैं। इसी प्रकार आलंब से बल तक के उत्तोलक के भाग को ‘बलभुजा’ कहते है।
(ब) उत्तोलक के प्रकार का निर्धारण : उत्तोलक में आलंब, बल तथा भार के स्थानों के आधार पर उसके प्रकारों का निर्धारण किया गया है। इस आधार पर उत्तोलक के तीन अलग-अलग प्रकार हैं।
प्रश्न ५. ऐसा क्यों है?
अ. यात्री बैगों में पहिए लगे होते हैं।
उत्तर : पहिया एक महत्त्वपूर्ण सरल यंत्र है। सामान से भरे हुए यात्री बैग को उठाकर ले जाने में अधिक परिश्रम करना पड़ता है। अधिक भारी हो, तो उठता ही नहीं। थकान भी लगती है। पहिए के कारण इसे हम उसके हत्थे के सहारे खींचकर आसानी से ले जा सकते हैं। इससे समय तथा श्रम कम लगता है और सुविधा होती है।
आ. यंत्रों की देखभाल करनी पड़ती है I
उत्तर : सतत उपयोग के कारण यंत्रों में घिसाव होता है। घर्षण बढ़ जाने पर अधिक बल लगाने पर भी कार्य कम होता है। समय और श्रम दोनों की बरबादी के साथ-साथ यंत्रों की मरम्मत का खर्च बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए यंत्रों की सही देखभाल की जाती है।
इ. साइकिल एक जटिल यंत्र है।
उत्तर : साइकिल में कई सरल यंत्र एकसाथ लगे होते हैं। पहिए, धुरी, पायदान, हैंडल, छरों, रिम, टायर, तीलियाँ आदि कई पुरजों के समन्वय से साइकिल तैयार होती है। इसलिए साइकिल एक सरल यंत्र है।
प्रश्न ६. नीचे दिए गए परिच्छेद में आने वाले उत्तोलकों में आलंब, भार तथा बल पहचानो तथा प्रकार लिखो : –
रवि तथा सविता किसी बाग में लगे सी-साँ पर बैठते हैं । कोई माली कैंची से पौधे छाँट रहा है । एक आदमी बाग का कूड़ा-करकट, कंकड़-पत्थर, गोटियाँ एकत्र करके ठेले में रख रहा है । बाद में रवि को प्यास लगती है और वह नीबू का शरबत खरीदता है । विक्रेता नीबू काटकर तथा नीबू निचोड़ने वाले साधन से रस निकालकर शरबत बनाकर देता है । गिलास में चिमटी द्वारा वह बरफ के छोटे-छोटे टुकड़े उठाकर डालता है।
उत्तर : ऊपर दिए गए परिच्छेद में निम्नलिखित सरल यंत्र हैं। उनके आलंब, बल तथा भार भी नीचे दिए गए हैं। साथ-साथ उत्तोलक का प्रकार में लिखा गया है :
सरल यंत्र का नाम |
आलंब |
बल |
भार |
उत्तोलक प्रकार |
सी-सॉ (ढेकुली) |
मध्यभाग में |
एक ओर |
दूसरी ओर |
पहला |
कैंची |
मध्यभाग में |
एक ओर |
दूसरी ओर |
पहला |
ठेला |
एक ओर |
दूसरी ओर |
मध्यभाग में |
दूसरा |
नीबूनिचोड़ |
एक ओर |
दूसरी ओर |
मध्यभाग में |
दूसरा |
चिमटी |
एक ओर |
मध्यभाग में |
दूसरी ओर |
तीसरा |