प्रश्न १.एक-एक वाक्य में उत्तर लिखो :
(अ) बुद्धिमान मानव किन प्राणियों का शिकार अधिक मात्रा में करता था ?
उत्तर : बुद्धिमान मानव जंगली सूअर, हिरन, पहाड़ी भेड़-बकरी जैसे छोटे प्राणियों का शिकार अधिक मात्रा में करता था।
(आ) नवाश्मयुगीन संस्कृति की क्या विशेषता है ?
उत्तर : खेती का प्रारंभ नवाश्मयुगीन संस्कृति की विशेषता है।
प्रश्न २. निम्न कथनों के कारण लिखो I
(१) मध्याश्मयुग में बुद्धिमान मानव की भोजन-पद्धति में बदलाव हो रहा था।
उत्तर : (१) मध्याश्मयुग में संपूर्ण पर्यावरण में परिवर्तन हो रहा था।
(२) अतिशीत जलवायु में परिवर्तन होने से जलवायु गर्म होने लगी थी। इस बदलाव के कारण बड़े प्राणी नष्ट होने लगे; इसलिए मानव मछली पकड़ने और छोटे प्राणियों के शिकार पर जोर देने लगा। इन कारणों से मध्याश्मयुग में बुद्धिमान मानव की भोजन-पद्धति में बदलाव हो रहा था।
(२) मनुष्य एक स्थान पर दीर्घ समय तक रहने लगा।
उत्तर : (१) घुमक्कड़ी करने वाले बुद्धिमान मानव का समूह बदलती जलवायु के अनुसार भिन्न-भिन्न स्थानों पर बस्ती बनाकर रहता था।
(२) जलवायु में होनेवाले परिवर्तन के अनुसार अनाज की कटाई करना,फल-कंदमूल इकट्ठा करना आदि काम वह करता था।
(३) वह इस बात का निरीक्षण करता था कि मछलियाँ किस मौसम में अधिक मात्रा में मिलती हैं और अधिक शिकार किस स्थान पर मिलेगा। इन कारणों से मनुष्य एक स्थान पर दीर्घ समय तक रहने लगा।
प्रश्न ३. मध्याश्म युग के अस्थायी आवासों के काल्पनिक चित्र का निरीक्षण करो और निम्न प्रश्नों के उत्तर दो ।
(अ) चित्र में दिखाई देने वाले आवासों की संरचना कैसी है ?
उत्तर : चित्र में दिखाई देने वाले घर ढालवाले छप्परों के तथा सूखी घास से छाए हुए हैं।
(आ) इन आवासों को बनाने के लिए किस सामग्री का उपयोग किया गया दिखाई देता है ?
उत्तर : चित्र के आवासों को बनाने के लिए सूखी घास, लकड़ी आदि सामग्री का उपयोग किया गया है।
(इ) अस्थायी आवास के मनुष्य कौन-से व्यवसाय करते होंगे ?
उत्तर : अस्थायी आवास के मनुष्य मछली पकड़ना, कृषि, शिकार करना, छोटी नाव बनाना, घर बनाना आदि व्यवसाय करते होंगे।
प्रश्न ४. विभिन्न ऋतुओं में होने वाले जलवायु परिवर्तन का जीवन पर किस प्रकार प्रभाव पड़ता है; वह लिखो।
उत्तर : (१) विभिन्न ऋतुओं में होने वाले जलवायु परिवर्तन का हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है। ग्रीष्म ऋतु में हम सूती कपड़े पहनते हैं और ठंडा खाद्यपदार्थ खाते हैं। गर्मी से बचने के लिए ठंडे स्थानों पर जाते हैं।
(२) वर्षा ऋतु में हम ऐसे कपड़े पहनते हैं, जो जल्दी सूखते हैं। भारी आहार न लेकर हम पाचन की दृष्टि से हलका आहार लेते हैं। पानी उबालकर और ठंडा करके पीते हैं।
(३) ठंड के दिनों में हम गर्म और ऊनी वस्त्र पहनते हैं। हम शरीर को गर्मी प्रदान करने वाले उष्ण खाद्यपदार्थ खाते हैं। गर्म स्थानों में रहते हैं। इस प्रकार विभिन्न ऋतुओं में होनेवाले जलवायु परिवर्तन का हमारे जीवन पर प्रभाव पड़ता है।
प्रश्न ५. नवाश्मयुगीन देहातों और आधुनिक देहातों के बीच तुलना करो ।
नवाश्मयुगीन देहात (गाँव) | आधुनिक देहात (गाँव) |
१.नवाश्मयुग में गाँव-बस्ती की स्थापना की शुरुआत हुई थी। | १.आधुनिक काल में गाँव-बस्ती की स्थापना होने से वहाँ स्थायी रूप से मनुष्यों की कई पीढ़ियाँ एक स्थान पर स्थिर हो गईं। |
२. इस कालखंड में गाँवों के मानव-समूह प्रमुख रूप से पशुपालन तथा खेती करने लगे थे। | २. आधुनिक काल के गाँवों में खेती के साथ–साथ अनेक पूरक उद्योग-धंधे शुरू हुए हैं। |
३. इस कालखंड में खेती के औजार प्राथमिक स्वरूप के थे। | ३. आधुनिक गाँवों में उन्नत औजारों का उपयोग करके खेती की जाती है। |
४. खेती की प्राथमिक अवस्था होने के कारण सिंचाई की व्यवस्था और अनाज के प्रकार सीमित थे। | ४. आधुनिक काल के गाँवों में सिंचाई और अनाज के विभिन्न प्रकार उपलब्ध हैं। |