Maharashtra State Board Class 5th Hindi Medium Environmental Studies Part -1 (परिसर अध्ययन भाग -१)
प्रश्न १.अब क्या करना चाहिए ?
शरीर को पर्याप्त मात्रा में प्रथिन प्राप्त होने के लिए ।
उत्तर : शरीर के सही गठन (रचना, बनावट) और क्षरण (छीजन) की पूर्ति के लिए हमारे आहार में प्रथिनों की पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए। इनकी पूर्ति के लिए प्रथिनयुक्त पदार्थ जैसे दालें, चना, पनीर, सोयाबीन खाना चाहिए। जो मांसाहारी हों, उन्हें अंडा, मांस, मछली खाना चाहिए। अंकुरित दलहन भी खाया जाना चाहिए, जो प्रथिन तथा जीवनसत्त्व की पूर्ति करते हैं।
प्रश्न २. थोड़ा सोचो !
प्रतिदिन दूध पीने की सलाह क्यों दी जाती है ?
उत्तर : दूध ऐसा पेयपदार्थ है, जिसमें भोजन के लगभग सभी घटक आवश्यक मात्रा में होते हैं। कार्बोजी पदार्थों में शर्करा, प्रथिन तथा स्निग्ध पदार्थ होते हैं। इसमें जीवनसत्त्व ‘ए’, ‘बी’, ‘सी’ तथा ‘डी’ होते हैं। इसमें कैल्शियम की मात्रा भी होती है। यह आसानी से पचता है। दूध से हमें पर्याप्त ऊर्जा मिलती है। शरीर का सही विकास तथा वृद्धि होती है। इसलिए प्रतिदिन दूध पीने की सलाह दी जाती है। वास्तव में दूध एक संतुलित आहार है।
प्रश्न ३. भोजन के निम्न घटकों के दो-दो स्रोतों के नाम लिखोः
(अ) खनिज पदार्थ => पत्तीवाली सब्जियाँ, फल, अंकुरित दलहन।
(आ) प्रथिनयुक्त पदार्थ =>पनीर, अंडा, मछली।
(इ) मंडयुक्त पदार्थ => आलू, साबूदाना, भात I
प्रश्न ४. रिक्त स्थानों की पूर्ति करोः
(अ) जीवनसत्त्व द्वारा हमारे शरीर को रोगप्रतिकारक क्षमता मिलती है ।
(आ) कैल्शियम द्वारा हमारी हड्डियाँ मजबूत बनती हैं ।
(इ) जो पदार्थ मीठे होते हैं, उनमें विभिन्न प्रकार की शर्कराएँ होती हैं ।
(ई) भोजन के सभी घटकों की उपयुक्त मात्रा में आपूर्ति करने वाले आहार को संतुलित आहार कहते हैं ।
प्रश्न ५. नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखोः
(अ) मंडयुक्त पदार्थों के पाचन से मिलने वाली शर्करा का हमारे शरीर के लिए कौन-सा उपयोग होता है ?
उत्तर : मंडयुक्त पदार्थों के पाचन से मिलने वाली शर्करा का हमारे शरीर में मंद दहन (ज्वलन) होता है। इस दहन से प्राप्त हुई ऊर्जा हमारे शरीर की बहुत-सी क्रियाओं में सहयोग करती है। हमारा शरीर गरम (उष्ण) रहता है।
(आ) रेशेदार पदार्थों के स्रोत कौन-कौन-से हैं ?
उत्तर : आटे का चोकर, फलों के छिलके, पत्तीदार सब्जियाँ, सब्जियों के रेशे तथा छिलके और सभी तृणअनाज, रेशेदार पदार्थों के स्रोत हैं।
(इ) कार्बोजी पदार्थ किसे कहते हैं ?
उत्तर : शरीर को ऊर्जा देने वाले मंड, शर्करा तथा रेशेदार पदार्थों को सम्मिलित रूप में कार्बोजी पदार्थ कहते हैं।
(ई) कुपोषण किसे कहते हैं ?
उत्तर : किसी व्यक्ति के दैनिक भोजन में जब किसी घटक की कमी होती है, तब उसके शरीर का उत्तम पोषण नहीं होता, इसे ही ‘कुपोषण’ कहते हैं।
प्रश्न ६. जोड़ियाँ मिलाओः
समूह ‘अ’ |
समूह ‘ब’ |
(१) वसायुक्त पदार्थ |
(अ) ज्वार |
(२) प्रथिन |
(आ) तेल |
(३) जीवनसत्त्व |
(इ) अनाज का चोकर |
(४) खनिज पदार्थ |
(ई) दलहन |
(५) मंडयुक्त पदार्थ |
(उ) लौह |