Maharashtra State Board Class 5th Hindi Medium Environmental Studies Part -1 (परिसर अध्ययन भाग -१)
प्रश्न १.अब क्या करना चाहिए ?
चक्कर आने के कारण कोई व्यक्ति गिर पड़ा है और लोग उसके चारों ओर भीड़ बनाए हुए हैं ।
उत्तर : चक्कर आए हुए (बेहोश) व्यक्ति के लिए शुद्ध तथा पर्याप्त हवा की आवश्यकता होती है। इसलिए उस व्यक्ति के चारों ओर भीड़ बनाकर खड़े लोगों को वहाँ से हटा देना चाहिए। बाद में उसके चेहरे पर ठंडे पानी के छींटे देकर अन्य लोगों की सहायता से डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए।
प्रश्न २. थोड़ा सोचो !
(अ) तेजी के साथ खाना खाने पर ठसका (सुरहुरी) क्यों लगता है?
उत्तर : हमारे शरीर के आहारनाल और श्वसननलिका के ऊपरी सिरे अत्यंत समीप हैं। इन दोनों के मध्य एक मांसल कपाट होता है। जब हम भोजन के चबाए गए ग्रास को निगलते हैं, तब यह कपाट श्वसननलिका का मुँह बंद कर देता है। परंतु जब हम तेजी से खाना खाते तथा निगलते हैं, तब कभी-कभी भोजन का कोई कण श्वसननलिका में चला जाता है। इसे निकालना आवश्यक है। इसीलिए तेजी से भोजन करते समय उसका ठसका (सुरहरी) लगता है।
(आ) साँस द्वारा शरीर में आने वाली हवा का शुद्धीकरण कैसे होता है ?
उत्तर : हमारी नाक की आंतरिक त्वचा पर अत्यंत पतले तथा छोटे-छोटे रोम होते हैं। इनके द्वारा अंदर आने वाली हवा की धूल के बड़े कण रोक लिए जाते हैं। यह छनी हुई हवा अंदर जाती है। नाक की आंतरिक त्वचा की सतह पर एक लसलसी तथा चिकनी श्लेष्मा होती है। हवा की अन्य अशुद्धियाँ इस पर चिपक जाती हैं। इसी प्रकार शरीर में आने वाली हवा का शुद्धीकरण होता है।
प्रश्न ३. रिक्त स्थानों की पूर्ति करोः
(अ) ऑक्सीजन गैस शरीर के सभी भागों तक पहुँचती है ।
(आ) जठर (आमाशय), थैली जैसा आकारवाला अंग है ।
प्रश्न ४. जोड़ियाँ मिलाओः
समूह ‘अ’ |
समूह ‘ब’ |
(१) फेफड़े |
(अ) रक्त परिसंचरण |
(२) जठर (आमाशय) |
(आ) श्वसन संस्थान |
(३) हृदय |
(इ) तंत्रिका संस्थान |
(४) मस्तिष्क |
(ई) पाचन संस्थान |
उत्तर :
(१) फेफड़े => श्वसन संस्थान
(२) जठर (आमाशय) => पाचन संस्थान
(३) हृदय => रक्त परिसंचरण
(४) मस्तिष्क => तंत्रिका संस्थान
प्रश्न ५. संक्षेप में उत्तर लिखोः
(अ) शरीर में कार्य करने वाले संस्थानों के नाम लिखो ।
उत्तर : शरीर में कार्य करने वाले संस्थान :
(१) श्वसन संस्थान
(२) पाचन संस्थान
(३) रक्त परिसंचरण संस्थान
(४) अस्थि (कंकाल) संस्थान
(५) उत्सर्जन संस्थान
(६) तंत्रिका संस्थान।
(आ) फेफड़ों में ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैसों का आदान-प्रदान कैसे होता है?
उत्तर : श्वासोच्छ्वास क्रिया में सर्वप्रथम बाहर की हवा नाक में से फेफड़ों के वायुकोशों में पहुँचती है। हवा की ऑक्सीजन वायुकोशों की रक्त वाहिनियों में प्रविष्ट होती है। वहाँ से यह रक्त के माध्यम से शरीर के विभिन्न अंगों में पहुँचती है। इसी प्रक्रिया के समय शरीर के विभिन्न अंगों तथा रक्त के माध्यम से आने वाली कार्बन डाईऑक्साइड वायुकोशों में प्रविष्ट होती है। उच्छवास के समय यह अशुद्ध हवा शरीर के बाहर निकल जाती है। इस प्रकार फेफड़ों में ऑक्सीजन तथा कार्बन डाईऑक्साइड का आदान-प्रदान होता है।
(इ) लार एक पाचकरस क्यों है ?
उत्तर : लार ग्रंथियों में निकलने वाला लार मुँह में आने वाले भोजन को नरम तथा गीला कर देता है। लार में मंडयक्त पदार्थों को पचाने वाला एक द्रव होता है, जिससे मंडयुक्त पदार्थों का शर्करा में रूपांतरण होता है। इसलिए लार एक पाचक रस है ।
प्रश्न ६. ‘किसे कहते हैं’ यह कोष्ठक में से ज्ञात करो और लिखोः
(रक्त परिसंचरण, श्वसन नलिका, श्वसन मध्य पटल)
(अ) इसके ऊपर-नीचे होने वाली हलचल द्वारा श्वासोच्छ्वास होता है –श्वसन मध्य पटल
(आ) शरीर में निरंतर रक्त के प्रवाहित होने की प्रक्रिया –रक्त परिसंचरण
(इ) नाक द्वारा अंदर आनेवाली हवा इस नलिका में आती है – श्वसन नलिका