Maharashtra State Board Class 5th Hindi Medium Environmental Studies Part -1 (परिसर अध्ययन भाग -१)
प्रश्न १.अब क्या करना चाहिए ?
(अ) घर आए अतिथियों के लिए तुरंत शरबत तैयार करना है । घर में केवल मिसरी ही है ।
उत्तर : मिसरी को खरल में मुसली से कूटकर उसका चूर्ण बनाएँगे। यह पानी में आसानी से घुल जाता है। इससे शरबत बनाकर अतिथि को देंगे।
(आ) मक्के के सेंके हुए भुट्टे पर लगाने के लिए नमक चाहिए परंतु अपने पास ढोंका नमक ही उपलब्ध है ।
उत्तर : नमक के ढोंके को सिल-बट्टे अथवा खरल-मूसली से कूटकर उसका चूर्ण बनाएँगे। अब इस चूर्ण को मक्के के सेंके गए भुट्टे पर हम आसानी से लगा सकते हैं।
प्रश्न २. थोड़ा सोचो !
(अ) कपूर की टिकियों का आकार धीरे-धीरे छोटा होता हुआ क्यों दिखाई देता है ?
उत्तर : कपूर एक ठोस अवस्थावाला पदार्थ है। हवा में खुला रखने पर इसका धीरे-धीरे गैसीय अवस्था में रूपांतरण होता रहता है। स्पष्ट है कि इस क्रिया में टिकिया का भार कम होगा। इसीलिए उसका आकार छोटा होता हुआ दिखाई देता है।
(आ) सार्वजनिक वाहनों का उपयोग करने से ईंधन की किस प्रकार बचत होती है ?
उत्तर : वाहनों में ईंधन के रूप में पेट्रोल, डीजल या सी.एन.जी. का उपयोग किया जाता है। इन छोटे वाहनों में बहुत कम लोग बैठ सकते हैं। परंतु सार्वजनिक वाहनों में अधिक लोगों को यात्रा की सुविधा होती है। इनकी क्षमता कई छोटे वाहनों के बराबर होती है। इसलिए सार्वजनिक वाहनों का उपयोग करने से ईंधन की बचत होती है।
प्रश्न ३. नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखोः
(अ) नैफ्थलीन की गोलियाँ रखे गए कपड़ों में से इन गोलियों की गंध क्यों आती है ?
उत्तर : नैफ्थलीन ठोस अवस्थावाला पदार्थ है। इसका निरंतर गैसीय स्वरूप में रूपांतरण होता रहता है। यह गैस अल्पमात्रा में कपड़ों की तहों के बीच भी रह जाती है। इसीलिए कपड़ों में से नैफ्थलीन की गोलियों की गंध आती है।
(आ) प्रकृति में पानी किन-किन अवस्थाओं में पाया जाता है ?
उत्तर : प्रकृति में पानी ठोस, द्रव तथा गैस इन तीन अवस्थाओं में पाया जाता है।
(इ) पदार्थों की ठोस, द्रव तथा गैसीय अवस्थाऍं किस आधार पर निश्चित होती हैं ?
उत्तर : पदार्थों की तीनों अवस्थाएँ उनके कणों के विन्यास (रचना) के आधार पर निश्चित होती हैं। ठोस अवस्थावाले पदार्थ के कण अत्यंत समीप, द्रव अवस्थावाले पदार्थ के कण कुछ अधिक दूर और गैसीय अवस्थावाले पदार्थ के कण पर्याप्त दूर होते हैं। कणों के इसी विन्यास (रचना) के आधार पर पदार्थों की अवस्था निर्धारित होती है।
(ई) ऊर्जा किसे कहते हैं ?
उत्तर : किसी पिण्ड (कार्यकर्ता) के कार्य करने की क्षमता को उस पिण्ड की ऊर्जा कहते हैं।