Maharashtra State Board Class 5th Hindi Medium Environmental Studies Part -1 (परिसर अध्ययन भाग -१)
प्रश्न १. रिक्त स्थानों की पूर्ति करोः
(अ) हमें सुविधाओं का उपयोग जिम्मेदारी के साथ करना चाहिए ।
(आ) अपने विद्यालय का अर्थ होता है । अपने घर के बाहर का संसार ।
(इ) विद्यालय के गठन में समाज का सहयोग रहता है ।
प्रश्न २. नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखोः
(अ) महत्त्वपूर्ण सार्वजनिक सेवाऍं कौन-सी हैं ?
उत्तर : जलापूर्ति, विद्युत आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, परिवहन आदि महत्त्वपूर्ण सार्वजनिक सेवाऍं हैं।
(आ) सार्वजनिक व्यवस्था का निर्माण कैसे होता है ?
उत्तर : सार्वजनिक सेवाओं, इन्हें देने वाली संस्थाओं तथा हम सबको मिलाकर ‘सार्वजनिक व्यवस्था’ का निर्माण होता है।
(इ) प्रत्येक लड़के-लड़की को कौन-सा अधिकार प्राप्त है ?
उत्तर : प्रत्येक लड़के-लड़की को विद्यालय जाकर पढ़ने का अधिकार प्राप्त है।
प्रश्न ३. नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दो-तीन वाक्यों में लिखोः
(अ) हम कौन-कौन-सी सार्वजनिक सेवाओं का उपयोग करते हैं ?
उत्तर : हम अग्रलिखित सार्वजनिक सेवाओं का उपयोग करते हैं-
(१) बस, रेल, विमान, रिक्क्षा, टैक्सी आदि परिवहन की सेवाएँ।
(२) डाकसेवा, दूरध्वनि जैसी संपर्क सेवाएँ।
(३) दमकल विभाग, पुलिस, बैंक, नाट्यगृह, बाग-बगीचे, तैरने के तालाब आदि आवश्यक तथा मनोरंजन की सार्वजनिक सेवाएँ।
(आ) विद्यालय में शिक्षक -अभिभावक तथा माता-अभिभावक संघ क्यों होने चाहिए ?
उत्तर : (१) शिक्षक-अभिभावक तथा माता-अभिभावक संघों के कारण शिक्षकों और अभिभावकों के बीच संवाद हो सकता है।
(२) विद्यालय के विभिन्न उपक्रमों में अभिभावकों का सहयोग बढ़ाया जा सकता है।
(३) इन संघों की सहायता से विद्यालय की समस्याओं का निराकरण किया जा सकता है। इतना ही नहीं, अभिभावक विद्यार्थियों की कठिनाइयाँ तथा अपेक्षाएँ भी शिक्षकों के सामने रख सकते हैं। इसलिए विद्यालय में शिक्षक – अभिभावक तथा माता-अभिभावक संघ होने चाहिए।
प्रश्न ४. क्या होगा, लिखोः
(अ) यदि लड़के-लड़कियों को शिक्षा का समान अधिकार न दिया जाए, तो ।
उत्तर : यदि लड़के-लड़कियों को शिक्षा का समान अधिकार न दिया जाए, तो मुख्य रूप से बहुत कम लड़कियों को पढ़ने का अवसर मिलेगा। अल्पशिक्षित अथवा निरक्षर महिलाओं की संख्या बढ़ेगी। इससे उनकी प्रगति बाधित होगी। समाज का संतुलित विकास नहीं होगा।
(आ) यदि समाज विद्यालय को सहयोग न दे, तो ।
उत्तर : यदि समाज विद्यालय को सहयोग न दे, तो विद्यालय विद्यार्थियों को आवश्यक सुविधाएँ नहीं दे पाएगा। इससे विद्यार्थियों की प्रगति नहीं होगी और विद्यालय की समस्या बढ़ती जाएगी।
(इ) यदि सार्वजनिक सेवाओं का उपयोग जिम्मेदारी से किया जाए, तो ।
उत्तर : यदि सार्वजनिक सेवाओं का उपयोग जिम्मेदारी से किया जाए, तो सरकार अथवा संस्थाएँ ये सेवाएँ लंबे समय तक दे सकेंगी। उनका स्तर अच्छा रहेगा और खर्च भी कम होगा। इससे लोगों को अपेक्षाकृत अधिक अच्छी सेवाएँ मिल सकेंगी।