Maharashtra State Board Class 5th Hindi Medium Environmental Studies Part -2 (परिसर अध्ययन भाग -२)​

प्रश्न १.कोष्ठक में से उचित विकल्प चुनकर लिखो :

(अ) जिस कालखंड के हथियारों में प्रमुखतः पत्थर के हथियार पाए जाते हैं; उस कालखंड को हम अश्म युग कहते हैं ।
         (ताम्र युग, लौह युग, अश्म युग)

(आ) महाराष्ट्र में पुराश्मयुगीन स्थानों में से नाशिक के निकट गंगापुर स्थान प्रसिद्ध है।  
         (गंगापुर, सिन्नर, चांदवड़)

प्रश्न २. निम्न में से मध्याश्मयुगीन स्थानों की गलत जोड़ी को पहचानो :

(अ) राजस्थान – बागौर
(आ) मध्य प्रदेश – भीमबेटका                 
(इ) गुजरात – लांघजण                           
(ई) महाराष्ट्र – बीजापुर

उत्तर : महाराष्ट्र – बीजापुर

प्रश्न . निम्न प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखो :

(अ) मानव ने आघात तकनीकी का उपयोग किस प्रकार किया ?
उत्तर : (१) पत्थर के छिलके निकालकर हथियार बनाने के लिए पुराश्मयुग के मानव ने आघात तकनीकी का उपयोग किया।     
(२) इस तकनीकी का उपयोग करके उसने पत्थर के एक ओर के किनारे पर धार लगे हुए तोडू हथियार बनाए।       
(३) पत्थरों के छोटे छिलके निकालने के लिए सीधी रीढ़वाले मानव ने साँभर की सींगों जैसी वस्तुओं के हथौड़े तैयार करके  आघात तकनीकी की सहायता से विभिन्न हथियार बनाए।

(आ) बुद्धिमान मानव ने पत्थर के हथियार बनाने की तकनीक में कौन-सी क्रांति की ?
उत्तर : बुद्धिमान मानव ने पत्थर के हथियार बनाने की तकनीक में यह क्रांति की :
(१) उसने पत्थरों से लंबे और पतले फल बनाने की तकनीक विकसित की।
(२) इन लंबे फलों से उसने छुरी, रंदा, सूआ तथा छैनी जैसे विभिन्न प्रकार के हथियार बनाए।
(३) वह हथियार बनाने के लिए चिकने पथरीले वर्ग के दुर्लभ पत्थर और हाथी दाँत जैसी वस्तुओं का उपयोग करने लगा।

प्रश्न ४.पुराश्म युग, मध्याश्म युग और नवाश्म युग इन तीनों कालखंडों के हथियारों की तुलना करो ।
उत्तर : पुराश्मयुग, मध्याश्मयुग और नवाश्मयुग: इन तीनों कालखंडों में मानव ने अपनी आवश्यकतानुसार हथियार बनाए। इन हथियारों में उत्तरोत्तर सुधार होता गया। प्रत्येक युग में मानव दवारा तैयार किए गए हथियारों की तुलनात्मक तालिका नीचे दिए अनुसार है :

युग का नाम

मानव द्वारा तैयार किए गए हथियारों की जानकारी

१. पुराश्मयुग

इस युग के प्रारंभ के मानव ने आघात तकनीकी’ से पत्थर के हथियार बनाए। इन हथियारों की एक ही ओर धार होती थी। कुशल मानव ने ऐसे रंदे और तोडू हथियार बनाए। ये हथियार बेडौल और अनगढ़ थे। बाद के सीधी रीढ़वाले मानव ने सपाट फलवाली कुल्हाड़ी और फरसा जैसे आकारबद्ध हथियार बनाए। शक्तिमान मानव ने छोटे आकार के हथियार तैयार किए, तो बुद्धिमान मानव ने हथियार बनाने की तकनीक में क्रांति लाई। उसने पत्थरों के लंबे फलों से छुरी, रंदा, सूआ तथा छैनी जैसे विविध प्रकार के हथियार बनाए।

२. मध्याश्मयुग

इस युग के मानव ने शिकार के लिए बाण की नोक जैसे पत्थर के सूक्ष्मास्त्र बनाए। मछली पकड़ने के लिए हड्डियों के काँटे बनाए। उसने दंतुर छुरी तथा दराती जैसे औजार बनाए।

३. नवाश्मयुग

इस युग के मानव को उन्नत तकनीकी ज्ञान था। उसने घिसकर चिकने किए गए पत्थर के हथियार बनाए।

प्रश्न . निम्न में से किस आधुनिक यंत्र में पत्थर का उपयोग किया जाता है ?

(अ) मिक्सर (आ) आटे की चक्की (इ) मसाला कूटने का यंत्र
उत्तर : आटे की चक्की I

प्रश्न . भारत के मानचित्र के ढाँचे में निम्न स्थानों को दर्शाओ :

(अ) पुराश्मयुगीन महाराष्ट्र का एक स्थान ।
(आ) नवाश्मयुगीन संस्कृति के अवशेष पाए जाने वाली नदी की घाटी ।
(इ) मध्य प्रदेश का एक स्थान; जहाँ मध्याश्मयुगीन अवशेष पाए गए हैं ।

उत्तर :
(अ) पुराश्मयुगीन महाराष्ट्र का एक स्थान । => गंगापुर
(आ) नवाश्मयुगीन संस्कृति के अवशेष पाए जाने वाली नदी की घाटी । => गंगा नदी की घाटी
(इ) मध्य प्रदेश का एक स्थान; जहाँ मध्याश्मयुगीन अवशेष पाए गए हैं । => भीमबेटका

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