Maharashtra State Board Class 6th Hindi Medium General Science (सामान्य विज्ञान )
प्रश्न १.हमें पहचानो।
अ.तारों का जन्मस्थान : मुख्य रूप से धूलकणों और गैसों से निर्मित निहारिकाएँ।
आ. सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह : गुरु ग्रह।
इ. हमारे पास की आकाशगंगा : देवयानी।
ई. सौरमंडल का सबसे चमकीला ग्रह : शुक्र ग्रह।
उ. सबसे अधिक उपग्रहोंवाला ग्रह : गुरु ग्रह।
ऊ. हमारा कोई भी उपग्रह नहीं है : बुध तथा शुक्र ग्रह ।
ए. मेरा परिवलन अन्य ग्रहों से भिन्न है । : शुक्र ग्रह।
ऐ. मैं पूंछ लगाकर घूमता हूँ। : धूमकेतु।
प्रश्न २. रिक्त स्थानों में सही शब्द लिखो।
अ.हमारी आकाशगंगा जिस गैलेक्सी समूह में है, उस समूह को स्थानीय गैलेक्सी कहते हैं।
आ. धूमकेतु धूल तथा बरफ से निर्मित होते हैं।
इ युरेनस ग्रह लुढ़कते हुए चलता दिखाई देता है।
ई. गुरु अंधड़ ग्रह है।
उ. ध्रुवतारा, रूपविकारी तारे का उत्तम उदाहरण है।
प्रश्न ३. निश्चित करो कि दिए गए कथन सही हैं या गलत । गलत कथन सही करके लिखो ।
अ.सूर्य के सबसे निकट का ग्रह शुक्र है ।
उत्तर : गलत।
सही कथन : सूर्य के सबसे निकटवाला ग्रह बुध है।
आ. बुध ग्रह को अंधड़ ग्रह कहते हैं।
उत्तर : गलत।
सही कथन : गुरु ग्रह को अंधड़ी (तूफानी) ग्रह कहते हैं।
इ. गुरु सबसे बड़ा ग्रह है।
उत्तर : सही।
प्रश्न ४. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखो।
अ. मंगल ग्रह की विशेषता क्या है ?
उत्तर : मंगल ग्रह की विशेषता : मंगल ग्रह की एक विशेषता यह है कि इसका रंग लाल होता है, क्योंकि उसकी मिट्टी में लोहे की मात्रा अधिक है। यह सौरमंडल का चौथा ग्रह है। अपने सौरमंडल का सबसे और सबसे लंबा पर्वत ऑलिंपस मॉन्स मंगल ग्रह पर ही है। इसके कुल दो उपग्रह हैं तथा परिवलन काल लगभग २४ घंटे और परिभ्रमण काल १.८८ वर्ष है।
आ. गैलेक्सी के कौन-से प्रकार हैं?
उत्तर : आमाप के आधार पर गैलेक्सी (दीर्घिका) के चार प्रकार हैं :
(१) चक्राकार या सर्पिलाकार
(२) लंब बेलनाकार
(३) अवरुद्ध चक्राकार
(४) अनियमित आकार I
इ. आकाशगंगा में किस-किस का समावेश है ?
उत्तर : हमारी आकाशगंगा में अनेक छोटे तथा भीमकाय तारे, नक्षत्र (तारामंडल), निहारिकाएँ, गैसीय बादल, धूलयुक्त बादल, मृत तारे, नवजात तारे इत्यादि विभिन्न खगोलीय पिंड हैं। इसी आकाशगंगा में हमारा सौरमंडल, उसके ग्रह, उपग्रह, लघुग्रह, बटुग्रह तथा धूमकेतु आदि का भी समावेश है।
ई. तारों के प्रकार कौन-से हैं?
उत्तर : तारों के पाँच प्रकार है :
(१) सूर्यसदृश तारे
(२) लाल राक्षसी तारे
(३) महाराक्षसी तारे
(४) जुड़वाँ तारे
(५) रूपविकारी तारे।
उ. धूमकेतु के प्रकार कोन-से हैं? किस आधार पर?
उत्तर : धूमकेतु का दो प्रकारों में वर्गीकरण किया गया है।
(अ) दीर्घ अवधीय धूमकेतु (ब) अल्प अवधीय धुमकेतु।
(अ) दीर्घअवधीय धूमकेतु : वे धूमकेतु हैं, जिन्हें सूर्य की एक परिक्रमा में दो सौ से अधिक वर्ष लगते हैं।
(ब) अल्प अवधीय धूमकेतु : वे धूमकेतु हैं, जिन्हें सूर्य की एक परिक्रमा में दो सौ से कम वर्ष लगते हैं।
ऊ. धूमकेतु में क्या-क्या होता है?
उत्तर : धूमकेतु में मुख्य रूप से धूल के कण तथा बरफ से बना द्रव्य होता है। ये द्रव्य सघन ठोस का रूप लेकर धूमकेतु निर्मित करते हैं। जब यह सूर्य से दूर होता है, तब बिंदुरूपी होता है। सूर्य के समीप आने पर, सूर्य की प्रचंड ऊष्मा द्वारा इसके द्रव का गैस में रूपांतरण हो जाता है। ये गैसें सूर्य की विपरीत दिशा में फैलकर धूमकेतु की पूँछ जैसी रचना का निर्माण करती हैं। हम यह धूमकेतु आसानी से देख सकते हैं।
ए. उल्का तथा वज्र में क्या अंतर है?
उत्तर : लघुग्रहों की पट्टी से पृथ्वी की ओरवाले शिलाखंडों को उल्का कहते हैं। इनमें से छोटे शिलाखंड जब पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश करते हैं, तब घर्षण के कारण ये जल उठते हैं। ये उल्का हैं। परंतु उल्का का अधजला भाग जो पृथ्वी पर गिरता है, उसे वज्र कहते हैं।
ऐ. नैपच्यून ग्रह की कौन-सी विशेषताएँ हैं?
उत्तर : नैपच्यून हमारे सौरमंडल का आठवाँ (अंतिम) ग्रह है। इस की एक विशेषता यह है कि इसकी एक ऋतु की अवधि ४१ वर्ष होती है। इस ग्रह पर अत्यधिक वेग से पवन का प्रवाह होता है। इसके कुल १३ उपग्रह हैं। इसका परिवलन काल १६ घंटे ११ मिनट और परिभ्रमण काल १६४ वर्ष है। इस ग्रह पर वातावरण है।
प्रश्न ५. जोड़ियाँ मिलाओ।
समूह ‘अ’ |
समूह ‘ब’ |
१. आकाशगंगा |
अ. पूर्व से पश्चिम की ओर |
२. धूमकेतु |
आ. ३३ उपग्रह |
३. सूर्यसदृश तारा |
इ. सर्पिलाकार |
४. शनि |
ई. व्याध |
५. शुक्र |
उ. हैले |
उत्तर (१) आकाशगंगा – सर्पिलाकार
(२) धूमकेतु – हैले
(३) सूर्यसदृश तारा – व्याध
(४) शनि – ३३ उपग्रह
(५) शुक्र – पूर्व से पश्चिम की ओर