Maharashtra State Board Class 6th Hindi Medium General Science (सामान्य विज्ञान )
प्रश्न १.आपत्कालीन संपर्क नंबर बताओ।
अ.पुलिस नियंत्रण कक्ष – १००
आ. अग्निशामक यंत्र – १०१
इ. रुग्णवाहिनी – १०२
ई. राष्ट्रीय स्तर पर कोई एक आपत्कालीन नंबर – १०८ या ११२
प्रश्न २. कौन-सा तात्कालिक उपाय करोगे?
अ.कुत्ते ने काट लिया …..
उत्तर : कुत्ते के काटने से बने घाव को स्वच्छ तथा रोगाणुरहित पानी से धोएँगे। घायल व्यक्ति को इस प्रकार बैठाएँगे, जिससे उसे आराम लगे। घाव को पोटैशियम परमैंगनेट (लालदवा) के जलीय घोल (विलयन) से धोएँगे। घाव पर सूखा कपड़ा रखेंगे। मरहमपट्टी के लिए उसे डॉक्टर के पास तुरंत ले जाएँगे और एंटीरैबीज का इंजेक्शन दिलवाएँगे।
आ. चमड़ी छिल जाना/रक्तस्राव…..
उत्तर : ऐसी परिस्थिति में रक्तस्राव रोकने का प्रयास करेंगे। उसे आराम की अवस्था में बैठाएँगे। घाव को स्वच्छ करेंगें। उसे ऐसी स्थिति में लिटाएँगे कि घाव का स्थान हृदय के तल से कुछ ऊपर बना रहे। जंतुनाशक मलहम लगाएँगे। घाव अधिक गहरा हो, तो डॉक्टर के पास ले जाकर सही उपचार करवाएँगे।
इ. जलना / झुलसना.
उत्तर : सर्वप्रथम यह जानेंगे कि जलने का परिमाण (प्रतिशत) क्या है। यदि सामान्य जलना हो, तो जले हुए भाग को थोड़ी देर तक ठंडे पानी में डुबाकर रखेंगे। उसे पानी पिलाएँगे। रोगाणुहीन पानी से घाव को स्वच्छ करेंगे। बाद में उसपर जंतुनाशक मलहम लगा देंगे। घाव को सूखी पट्टी से ढंक देंगे। यदि गंभीर स्वरूपवाला घाव हो, तो रोगी को सांत्वना देते हुए तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएँगे।
ई. सर्पदंश…..
उत्तर : घाव को पानी से धोकर, शीघ्र से शीघ्र घाव के ऊपरी भाग को कपड़े से मजबूती से बाँध देंगे जिससे सर्प के विष का प्रभाव अन्य अंगों तक न पहुँच सके। घायल व्यक्ति को ढाढ़स देंगे और सही उपचार के लिए उसे शीघ्र से शीघ्र डॉक्टर के पास ले जाएँगे।
उ. ऊष्माघात……….
उत्तर : रोगी को ठंडे स्थान पर अथवा छायावाले स्थान पर ले जाएँगे। शरीर को ठंडे पानी से अच्छी तरह पोंछेगे। उसके सिर पर तथा गरदन के पास ठंडे पानी में भीगा हुआ कपड़ा रखेंगे। उसे पीने के लिए पर्याप्त पानी देंगे। शरबत (ठंडा) भी पिलाएँगे। इस बात का ध्यान रखेंगे कि शरीर शुष्क न हो सके। यदि उसे वमन (उल्टी) अथवा शक्तिहीनता लगती हो, तो उसे पेट के बल लिटाकर गरदन एक ओर घुमा देंगे।
प्रश्न ३. ऐसा क्यों होता है ?
अ.प्रचंड बाढ़
उत्तर : किसी स्थान पर जब बहुत अधिक बरसात (अतिवृष्टि) होती है, तब एक ही स्थान पर बहुत आधिक पानी एकत्र हो जाता है। नदियाँ तथा नाले ऊपर से बहने लगते हैं। शहरों की जलनिकास व्यवस्था अपर्याप्त हो जाता है। बस्तियों में सर्वत्र पानी ही पानी हो जाता है। यह घरों में घुस जाता है। ऐसी परिस्थिति में प्रचंड (भयानक) बाढ़ आती है।
आ. जंगल में आग
उत्तर : किसी व्यक्ति द्वारा असावधानी के कारण अथवा अनजाने में जंगल में कोई चिनगारी डाल देने के कारण दावानल भड़कता है। कभी-कभी आँधी या तूफान के कारण दो समीपी जंगली पौधों की आपसी रगड़ के कारण भी जंगल में आग लगती है। मनुष्य द्वारा स्वयं अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए भी जंगल में आग लगाई जाती है, जो अपराध है।
इ. इमारत ढहना / चट्टान ढहना ।
उत्तर : भूकंप होने पर जमीन में थरथराहट होती है। इस थरथराहट के कारण कमजोर तथा पुरानी इमारतें ढह जाती हैं। निर्माणकार्य में लगाई गई सामग्री की गुणवत्ता उपयुक्त न होने पर नई तथा निर्माणाधीन इमारतें ढह जाती हैं। अतिवृष्टि तथा बादल फटने पर करार ढह जाते हैं।
ई. आँधी
उत्तर : हवा (वायुमंडल) में कभी-कभी प्राकृतिक रूप से दाब के पट्टों का निर्माण हो जाता है। ऐसा होने पर जलवायु (मौसम) में तुरंत तथा आकस्मिक परिवर्तन होता है। फलतः अति तीव्र हवाएँ बहने लगती हैं और तेज आँधी (तूफान) आती है।
उ. भूकंप
उत्तर : भूकंप होने पर निरंतर हलचल होती है। इस हलचल के कारण कभी-कभी प्रचंड मात्रा में ऊर्जा का निर्माण होता है। इससे भूगर्भ में भूकंप की लहरें (तरंगें) निर्मित होती हैं। इनके कारण पृथ्वी का पृष्ठभाग भी काँपने लगता है। इससे भूकंप होता है। इसके कारण जमीन थरथराती है, हिलती-डुलती है और कभी-कभी बड़ी दरारें भी बन जाती हैं।
प्रश्न ४. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर अपने शब्दों में लिखो।
अ.आपदा किसे कहते हैं?
उत्तर : अचानक उत्पन्न होने वाले प्राकृतिक संकटों या समस्याओं को ‘आपदा’ कहते हैं।
आ. आपदाओं के कौन-कौन-से प्रकार हैं?
उत्तर : आपदा के दो प्रकार है : (अ) मानवनिर्मित आपदा (ब) प्राकृतिक आपदा।
इ. आपदा प्रबंधन किसे कहते हैं ?
उत्तर : कोई आपदा आने के पहले उसका सामना करने के लिए हम जो योजना तैयार करते हैं और आपदा दूर करने के लिए जो पूर्वप्रयास करते हैं, उसे आपदा प्रबंधन कहते हैं।
ई. आपदा प्रबंधन के मुख्य घटक कौन-से हैं?
उत्तर : आपदा प्रबंधन के मुख्य दो घटक आपातकालीन ‘नियोजन’ और ‘प्रबंधन’ हैं। इसमें यह ध्यान में रखा जाता है कि हमें आपदा आने के पहले और आने के बाद कौन-सी क्षमताएँ प्राप्त करनी हैं।
प्रश्न ५. सर्पमित्र किस प्रकार काम करते हैं?
उत्तर : सर्पमित्र, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, साँपों का संरक्षण करते हैं। यदि कोई साँप मानव बस्ती में आ गया हो, तो अज्ञान के कारण लोग उसकी हत्या कर देते हैं। ऐसे स्थान पर सर्पमित्र बुलाए जाते हैं। वे साँप को पकड़कर उसे दूर किसी जंगली स्थान में छोड़ देते हैं। वे सब लोगों को साँप संबंधित जानकारी देते हैं। साँप को जब सताया जाता है, तभी वह किसी को डंसता है, अन्यथा वह मनुष्य से दूर ही रहना चाहता है। नागपंचमी जैसे पर्व के अवसर पर साँपों पर होने वाले अत्याचार को रोकता है। वह बताता है कि साँप पूर्णतः माँसाहारी हैI वह दूध नहीं पीता।
प्रश्न ६. प्रथमोपचार पेटी में कौन-कौन-सी वस्तुएँ होती हैं इसकी जानकारी प्राप्त करो।
उत्तर : प्रथमोपचार पेटी में निम्नलिखित चीजें होनी चाहिए:
फर्स्ट साइड मैनुअल , चिपकने वाला टेप, कई आकारों में चिपकने वाली पट्टियां ,विभिन्न आकारों के पैड, एक साबुन, एंटीसेप्टिक, पट्टी, चिमटी, कैंची, प्रतिजैविक मलहम, थर्मामीटर, कैलेमाइन लोशन, प्लास्टिक दस्ताने, आपातकालीन फोन नंबरों की सूची I
प्रश्न ७. मानवनिर्मित तथा प्रकृतिनिर्मित आपदाओं के निवारण के लिए उपाय बताओ।
आपदाएँ |
उपाय |
आग लगना |
फायर ब्रिगेड को बुलाओ, अग्निशामक यंत्र का प्रयोग करो। |
इमारत ढहना |
मलबा साफ करने में मदद दें, पीड़ितों को अस्पताल भेजने के लिए एम्बुलेंस बुलाएं। |
दुर्घटना |
एम्बुलेंस को कॉल करें, प्राथमिक चिकित्सा तुरंत दें और भावनात्मक समर्थन दें। |
बाढ़ |
बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजन और वस्त्र दान करें, हो सके तो कुछ ऊंचाई पर रहें। |
युद्ध |
निर्दोष पीड़ितों को आश्रय दें, पीड़ितों को भोजन और वस्त्र और प्राथमिक उपचार प्रदान करें। |
बमविस्फोट |
एक एम्बुलेंस को बुलाओ, पीड़ितों को सुरक्षित स्थान पर ले जाओ और बुनियादी प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करें। |
भूकंप |
मलबा साफ करने में मदद दें, पीड़ितों को अस्पताल भेजने के लिए एम्बुलेंस बुलाएं। |
भयानक बाढ़ |
बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजन और वस्त्र दान करें, हो सके तो कुछ ऊंचाई पर रहें। |
आँधी |
आश्रय प्रदान करें और मलबे को साफ करने में मदद करें। |
सुनामी |
सुरक्षित स्थान पर जाएं, पीड़ितों के लिए भोजन और कपड़े दान करें। |
अकाल |
पीड़ितों के लिए भोजन और पानी दान करें, आश्रय और आर्थिक सहायता प्रदान करें। |
कगार का धसकना |
पुनर्वास सेवा में मदद करें। |