Maharashtra State Board Class 7th Hindi Medium History (इतिहास)

प्रश्न १.एक शब्द में लिखो : 

(१) इंदौर के राज्य प्रशासन की बागडोर संभालने वाली – अहिल्याबाई होळकर

(२) नागपुर के भोसले घराने में सबसे पराक्रमी और कार्यक्षम पुरुष – रघुजी भोसले

(३) दिल्ली की गद्दी पर बादशाह को बैठाने वाले – महादजी शिंदे

(४) दक्षिण की राजनीति की बागडोर संभालनेवाले – नाना फडणवीस

प्रश्न २. घटनाक्रम लिखो :

(१) आष्टी की लड़ाई
(२) मराठों का ओडिशा पर प्रभुत्व
(३) अंग्रेजों ने पुणे पर यूनियन जैक फहराया ।

उत्तर:
(१) मराठों का ओडिशा पर प्रभुत्व।
(२) अंग्रेजों ने पुणे में यूनियन जैक फहराया।
(३) आष्टी की लड़ाई।

प्रश्न ३. लेखन करो :

(१) अहिल्या बाई होलकर द्वारा किए गए कार्य ।
उत्तर : इंदौर के प्रशासन की बागडोर अपने हाथों में लेने वाली अहिल्याबाई होळकर ने जनहित में अग्रलिखित कार्य किए:
(१) नए कानून बनाकर भू-राजस्व, कर की वसूली जैसी बातों को व्यवस्थित स्वरूप प्रदान किया।
(२) बंजर भूमि को बोआई के अंतर्गत लाया, किसानों के लिए कुएँ खदवाए, और तालाबों का निर्माण करवाया।
(३) व्यापार-उद्योग को प्रोत्साहन दिया।
(४) महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थानों पर मंदिर, घाट, मठ, धर्मशालाएँ, प्याऊ आदि का निर्माण करवाया।
(५) राज्य में शांति और सुव्यवस्था स्थापित करके प्रजा को सुखी बनाया।
(६) अहिल्याबाई महान कूटनीतिक, उत्तम प्रशासक, न्यायप्रिय, महादानी और ग्रंथप्रेमी थीं। देश की सांस्कृतिक एकता के निर्माण में इनका बहुत बड़ा योगदान था।

(२) महादजी शिंदे का पराक्रम।
उत्तर : (१) वीर और चतुर राजनीतिज्ञ महादजी शिंदे ने पानीपत की पराजय के पश्चात उत्तर भारत में मराठों का प्रभुत्व और प्रतिष्ठा पुन: स्थापित की।
(२) फ्रांसीसी सेना विशेषज्ञ डिबॉइन के मार्गदर्शन में प्रशिक्षित सेना तैयार करके रुहेले, जाट, राजपूत, बुंदेला आदि को पराजित किया।
(३) अंग्रेजों को मात देकर मुगल बादशाह को पुनः गददी पर बैठाया और ई. स. १७८४ से १७९४ की कालावधि में दिल्ली का प्रशासन चलाया ।
(४) गुरिल्ला युद्ध प्रणाली अपनाकर वड़गाँव के युद्ध में अंग्रेजों को पराजित किया।

(३) गुजरात में मराठी सत्ता।
उत्तर : मराठा सरदारों ने जिस तरह उत्तर में मराठी सत्ता का विस्तार किया, उसी तरह गुजरात में भी अपना प्रभाव बढ़ाया :
(१) सेनापति खंडेराव दाभाडे और उसके बेटे त्रिंबकराव ने गुजरात में मराठी सत्ता की नींव रखी।
(२) खंडेराव का मृत्यु के बाद उसकी पत्नी उमाबाई ने अहमदाबाद के मुग़ल सरदार को पराजित
 करके वहाँ का किला जीत लिया।
(३) आगे चलकर गायकवाडों ने वडोदरा जीतकर वहाँ अपना सत्ता केंद्र बनाया I

प्रश्न . मराठी सत्ता समाप्त होने के कारण : विचार-विमर्श करो।
उत्तर : मराठों की प्रबल सत्ता के समाप्त होने के अग्रलिखित कारण हैं :
(१) महादजी शिंदे जैसे पराक्रमी सरदार और नाना फडणवीस जैसे कूटनीतिज्ञ प्रशासक की मृत्यु  हो गई।
(२) पेशवा बाजीराव द्वितीय में नेतृत्व की योग्यता नहीं थी। वह सरदारों के बीच एकता स्थापित करने में असमर्थ रहा।
(३) मराठा सरदारों में आपसी फूट पैदा होने से मराठी सत्ता भीतर से खोखली होती गई।
(४) बाजीराव द्वितीय के कार्यकाल में मराठों का उत्तर और दक्षिण में प्रभाव क्षीण होता गया।
(५) इस काल में भारत में सर्वत्र अंग्रेजों का प्रभाव बढ गया; ई. स. १८१८ में आष्टी की 
लड़ाई में अंग्रेजों ने मराठों को पराजित किया।

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